उत्तराखण्ड के विभिन्न मन्दिरों में इस तरहे से मनाया श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व….

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समाचार सच, हरिद्वार/हल्द्वानी। उत्तराखण्ड प्रदेश में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। राज्य में विभिन्न मंदिरों में सजी झांकियों के दर्शानार्थ भक्तजनों की भारी भीड़ रही। घरों में भी लोंगों ने व्रत रखकर भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित भजन गाए। मन्दिरों में रात्रि 12 बजे आरती के बाद श्रीकृष्ण को माखन, मिश्री व चन्द्रामृत भोग लगाया और भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया।

हल्द्वानी महानगर नगर के श्री आँवलेश्वर महादेव मन्दिर में जन्माष्टमी के शुभ पर्व पर मन्दिरों परिसर में सजायी गयी झांकियां भक्त श्रद्धालुओं को मनमोहक लगी। साथ की मंदिर परिसर में रंगोली द्वारा बनाई गये यशोदा मां और श्री कृष्ण का प्यार, छोटा भीम व कृष्ण, शंकर भगवान जी आदि आकृतियां आकर्षण का केन्द्र रहीं।
प्रातःकाल मंदिर परिसर में महन्त गोपाल दत्त भट्ट एवं पंण्डित प्रमोद भट्ट द्वारा मंगला व पूजा आरती की गयी। शाम 6 बजे से झाँकी के दर्शन का कार्यक्रम शुरू किया गया। देर शाम तक मंदिर में दर्शन करने के लिये भक्तों की लम्बी कतारें लग गयी। इस मौके पर मंदिर परिसर में भजन संध्या कार्यक्रम से पूरा वातावरण कृष्णमय हो गया। रात्रि 12 बजे जन्म आरती की गयी। तद्पश्चात भक्तों को चरणामृत, मक्खन, मिसरी आदि का प्रसाद वितरण किया गया।
इस अवसर पर प्रदीप पांडे दीप भट्ट, दिनेश भट्ट, ललित, कमलेश जोशी आदि भक्तों ने मंदिर में अपना सहयोग दिया।
इधर प्राचीन श्री राम मन्दिर में पण्डित विवेक शर्मा के निर्देशन में मन्दिर परिसर में भजन संध्या का आयोजन किया गया। इस दौरान कलाकारों ने भजनों के माध्यम से भक्तजनों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
नगर कें प्रमुख मन्दिर श्री सत्यनारायण मन्दिर, श्री कालूसिद्ध मन्दिर, लटुरिया आश्रम, प्राचीन देवी मन्दिर, पिपलेश्वर महादेव मन्दिर, भैरव मन्दिर, शिव मन्दिर, श्री प्राचीन शिव मन्दिर, वैष्णों देवी मन्दिर, श्री राधा-कृष्णा मन्दिर, श्री खाटू श्याम मन्दिर सहित कई मन्दिरों में झांकियों के दर्शन व भजन संध्या में भागीदारी के लिये भक्त-श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गयी। उक्त समस्त मन्दिरों में रात्रि 12 बजे

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आरती व नन्दलाला को माखन मिश्र का भोग लगाया व प्रसाद वितरण किया गया।
हल्द्वानी।
मम्मी की गोद में तो कहीं पैदल ही अकेले चलते बांसुरी लिए कान्हा गुजरने वाले हर व्यक्ति के आकर्षण का केंद्र रहे। कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम में भाग लेने को लेकर बच्चों का उत्साह और आतुरता आनंदित कर देने वाली थी। अपने लाड़ले को कृष्ण और राधा के भेष में देखकर उनकी माताएं भी काफी प्रफुल्लित दिखीं। घरों में सुबह से ही कान्हा और राधिका को सजाने, संवारने में माताएं जुटी रहीं।

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। सुबह से ही नगर के विभिन्न मंदिरों में महिलाओं की भारी भीड़ रही। घरों में भी लोगों ने व्रत रखकर भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित भजन गाए। सर्वदलीय महिला संस्था की ओर से नंदादेवी मंदिर परिसर में मटकी फोड़ प्रतियोगिता और राधा-कृष्ण से संबंधित नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां हुई। धारानौला में मेहंदी और ऐपण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जबकि एनटीडी स्थित शिव मंदिर, पुलिस लाइन, एसएसबी परिसर में कृष्ण जन्माष्टमी से संबंधित झांकी का भी प्रदर्शन किया गया। रघुनाथ मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भक्तों ने भगवान कृष्ण की आराधना की। मुरली मनोहर मंदिर में भगवान कृष्ण का झूला लगाया गया तो नंदादेवी मंदिर परिसर में बच्चों की मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस दौरान बच्चों ने राधा-कृष्ण की वेशभूषा पहनकर मंच पर प्रस्तुतियां दीं।

पिथौरागढ़। जिला मुख्यालय में जन्माष्टमी पर विभिन्न मंदिरों में कार्यक्रम किए गए। लोग कृष्ण की भक्ति में डूबे नजर आए। रात 12 बजे लोगों ने शंख ध्वनि बजाकर खूब कृष्ण की पूजा की। कालसिन मंदिर पितरौटा में भजन कीर्तन कार्यक्रम हुआ। जिसमें लोगों ने रात भर कृष्ण की भक्ति की। पूरा क्षेत्र कृष्ण की भक्ति से सरोबार हो गया। हारमोनियम, ढोलक की ताप पर लोग कृष्ण की भक्ति में झूमते रहे। मंदिर के पुजारी ने देर रात विधि विधान से पूजा अर्चना कर कृष्ण को भोग लगाया। इसके बाद सभी लोगों को प्रसाद वितरित किया गया। वहीं सैन्य छावनी में स्थित मां कामाख्या मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर घंटाकरण, टकाना में भक्तिमय कार्यक्रम किए गए। महिलाओं ने स्वांग रचकर कृष्ण और राधा प्रेम लीला की झांकी दिखाई।

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हरिद्वार। शहर व देहात में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। देर रात धर्मनगरी के मठ-मंदिरों और आश्रमों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिरों की साज-सज्जा भी देखते ही बन रही थी। पंडालों में सजी आकर्षक झांकियों की एक झलक पाने को भी श्रद्धालु बेताब दिखे। घरों में भी भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना की गई। धर्मनगरी में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही। हर घर में कान्हा और राधा का रूप धारण किया गया है। लड़कियों ने राधा और छोटे बच्चों ने कान्हा का रूप धारण किया। श्रद्धालुओं ने जगह-जगह जन्माष्टमी मेले का भरपूर लुत्फ उठाया। भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव इस बार भव्य तरीके से मनाया गया। घरों में श्रद्धालुओं ने श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की। श्रीकृष्ण के लड्डू गोपाल को दूध, घी, शहद, मक्खन आदि से स्नान कराया गया। घड़ी में जैसे ही रात के 12 बजे तो धर्मनगरी में जगह-जगह नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की के जयकारे गूंजने लगे। कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाणी, महानिर्वाणी अखाड़ा, दक्ष मंदिर, राजघाट, राधा कृष्ण मंदिर, पारे का शिवलिंग, आश्रम हरिपुर कलां, स्वामी नारायण आश्रम, कच्छी आश्रम भूपतवाला, गुंजरावाला भवन ललतारौ पुल पर भी जन्माष्टमी पर रंगारंग कार्यक्रम हुए। शहर भर में श्रीकृष्ण, भगवान शंकर सहित अन्य देवी व देवताओं की झांकी भी सजाई गई थी।

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