समाचार सच, हल्द्वानी। गौलापार पश्चिमी खेड़ा में 10 साल के मासूम नीरज मौर्य की दर्दनाक हत्या के चार दिन बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। न सिर मिला, न हाथ और न ही हत्यारा। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। टूट चुके मां-पिता की सिर्फ एक ही मांग है- हमें हमारे बेटे का सिर और हाथ वापस चाहिए।
मामले को लेकर पीड़ित परिवार के समर्थन में क्षेत्रवासियों का गुस्सा में है। शुक्रवार को जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि अर्जुन बिष्ट, पूर्व विधायक नारायण पाल व पार्षद बबली वर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों लोग काठगोदाम थाना पहुंचे और जमकर थाने का घेराव किया। लोगों ने पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और मांग की कि हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
क्या है पूरा मामला?
मंगलवार सुबह गौलापार क्षेत्र के पूर्वी-पश्चिमी खेड़ा में खेतों के पास एक कट्टे से 10 साल के बच्चे का शव बरामद हुआ था। मृतक की पहचान खूबकरन मौर्य के बेटे नीरज मौर्य के रूप में हुई, जो बटाई पर खेती करता है। परिजनों ने बताया कि नीरज सोमवार दोपहर 12 बजे से लापता था, तमाम तलाश के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन उसकी अधूरी लाश कट्टे में मिली -सिर और हाथ गायब थे।
चार दिन, शून्य नतीजा !
हत्या को चार दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अभी तक न तो शव के बाकी हिस्से खोज पाई और न ही किसी आरोपी तक पहुंच सकी है। लोगों का गुस्सा पुलिस की लापरवाही पर फूटा है।
पीड़ित परिजनों का कहना है कि अधूरी लाश उन्हें चैन से जीने नहीं दे रही। उनका साफ कहना है -हमें अधूरी नहीं, अपने बेटे की पूरी लाश चाहिए… ताकि उसकी आत्मा को शांति मिले।
पुलिस पर उठ रहे सवाल
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस शुरू से ही मामले को गंभीरता से नहीं ले रही। इलाके में डर और आक्रोश का मा लोगों का कहना है कि अगर जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन और उग्र होगा।

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