घरेलू नुस्खे और आयुर्वेदिक उपचार इनसे उपचार करने में सेहत को कोई नुकसान नहीं होता

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समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। अगर हम पुराने ज़माने की बात करे तो उस समय एलोपैथिक डॉक्टर नहीं आयुर्वेदिक वैद हुआ करते थे जो नब्ज़ देख कर ही पता लगा लेते थे की क्या बीमारी है और देसी जड़ी बूटियों से दवा बना कर उपचार किया करते थे। अक्सर घर के बुजुर्गों के पास ही हर समस्या का समाधान मिल जाया करता है।

पहले के समय में छोटी मोटी बीमारी का इलाज तो घर पर ही कर लिया जाता था। हमारे घर की रसोई में ऐसी बहुत सी चीजें है जिनमें औषधिय गुण होते है। हमारे दादा – दादी, नाना – नानी तो आज भी अपने घरेलू नुस्खे से इलाज करना बेहतर समझते है क्योंकि ये उपाय सदियों पुराने है और इनसे उपचार करने में सेहत को कोई नुकसान नहीं होता। इसके इलावा ये उपाय सस्ते और असरदार होते है।

घर पर किये जाने वाले उपायों को दादी माँ के नुस्खे कहा जाता है। किसी बीमारी का इलाज करना हो, चेहरे का रंग गोरा करना हो, बालों का झड़ना रोकना होना, नये बाल उगाने हो, वजन बढ़ाना हो या कम करना हो घरेलू नुस्खों का प्रयोग फायदेमंद है।

दादी माँ के नुस्खे और घरेलू उपाय –

  • पथरी का इलाज घरेलू नुस्खे से करना हो तो पत्थरचट्टा का 1 पत्ता और 4 दाने मिश्री पीस कर 1 गिलास पानी के साथ खाली पेट पिए।

-1 ग्राम मिश्री, 1 ग्राम सूखा धनिया और 1 ग्राम सर्पगंधा पीस कर पानी के साथ लेने से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है।

  • अगर आप को शूगर बढ़ने की बीमारी है तो सुबह सुबह खाली पेट करेले का जूस पिये। जूस बनाने से पहले करेले के बीज निकाल दे। जूस निकलने के बाद इसमें थोड़ा पानी मिलाये और पिये। इस उपाय को 2 महीने तक लगातार करे आपकी शुगर कंट्रोल में रहेगी।
  • शरीर में खून की कमी पूरी करने के लिये 1 गिलास मीठे दूध में 5 ग्राम बेलगिरी चूर्ण मिला कर पिये। कुछ दिन लगातार इस उपाय को करने से खून की कमी दूर होने लगती है।
  • खूनी बवासीर के इलाज में खून को रोकने के लिए 10 से 12 ग्राम धुले हुए काले तिल को घर में बनाया हुआ ताजा मक्खन के साथ खाये। इस के निरंतर प्रयोग करने से बवासीर में खून का निकलना बंद हो जाता है।
  • सर्दी जुकाम की समस्या में नाक बंद होने लगे तो थोड़ी सी अजवाइन पीस कर किसी पतले कपड़े में बांध ले और थोड़ी थोड़ी देर में इसे सूंघे, इससे नाक खुल जाएगी। जाने सर्दी जुकाम के इलाज के देसी नुस्खे कैसे करे।
  • अगर किसी को लकवे का अटैक पड़े तो तुरंत 50 से 100 ग्राम तिल का तेल गुनगुना कर के पिला दे और कच्चा लहसुन चबाने को दे।
  • मसूड़ों में दर्द, दाँत दर्द और सूजन की समस्या का उपचार करने के लिए 1 ग्लास पानी में 3 से 4 पत्ते अमरूद के उबाल ले और हल्का गुनगुना होने पर छान ले। अब इस पानी से थोड़ा नमक मिला कर कुल्ला करे, दांतों और मसूड़ों के दर्द से छुटकारा मिलेगा।
  • 1 गिलास पानी में थोड़ी सी गिलोय और 5 से 6 तुलसी के पत्ते डाल कर उबाल ले और काढ़ा बना कर पिये। इस काढ़े मे पपीते के 3 से 4 पत्तों का रस मिला कर पीने से प्लेट्लेट की मात्रा तेजी से बढ़ती है। ये आयुर्वेदिक दवा स्वाइन फ्लू, डेंगू और चिकनगुनिया का रामबाण उपचार का काम करती है।
  • चेहरे पर दाग धब्बे और झुर्रियां हो तो थोड़े से बेसन में थोड़ी सी मलाई और 2 चम्मच नींबू का रस डाल कर अच्छे से मिला ले। अब इस मिश्रण को आधे घंटे के लिए चेहरे पर लगा कर रखे फिर धो ले। इस घरेलू उपाय से चेहरे की खुश्की दूर होती है, झुर्रियां साफ होती है और चेहरे पर चमक आती है।
  • सर्दियों में होने वाले रोगों से बचने और स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि खानपान का ध्यान रखा जाए। सर्दियों के मौसम में काली मिर्च, अदरक, लहसुन, तिल, केसर और गुड़ जैसी चीजें खाना चाहिए। ठंड में विटामिन सी के लिए संतरा, अमरूद और नींबू का सेवन करें।
  • गले में टॉन्सिल और छाले होने पर आधा लीटर पानी में 20 ग्राम मेथी दाना डालकर धीमी आंच पर पकाएं और पानी को अच्छी तरह उबलने दे। पानी ठंडा होने पर इसे छान लें फिर इस में नमक डाल कर 5 से 10 मिनट तक गरारे करें। इस उपाय को दिन में 2 दृ 3 बार करने पर टॉन्सिल्स से होने वाला दर्द कम होने लगेगा।
  • जब छोटे बच्चों के दाँत निकलते है तब उन्हें काफी पीड़ा होती है। इसके अलावा उल्टी – दस्त और बुखार जैसी परेशानियां भी होती है। ऐसे में बच्चों को संतरे का रस देने से उनकी बेचौनी दूर होती है और पाचन शक्ति बढ़ती है। एक बार में 2 चम्मच रस ही दे और दिन में कम से कम 3 बार आप बच्चे को संतरे का रस पिलाएं ।
  • झड़ते बालों को रोकने के लिए दही का इस्तेमाल बहुत असरदार है। दही से बालो को जरुरी पोषण मिलता है। बालों पर दही लगाने के आधे घंटे बाद धो ले। अगर आपके बाल ज्यादा झड़ते हो तो हफ्ते में 2 से 3 बार इस उपाय को करे, इससे बालों को मजबूती मिलेगी और बाल सुंदर दिखने लगेंगे।
  • काली मिर्च, अजवाईन, नमक लहौरी, जीरा, सोंठ, धनिया, मोटी इलायची, पुदीना, काला नमक और नौसेदार। ये सब 10 दृ 10 ग्राम की मात्रा में ले और 3 ग्राम लौंग ले। इन सब को मिला कर बारीक पीस कर चूरण बना ले। अब रोजाना 3 ग्राम चूरण पानी के साथ लेने से पेट का दर्द और पेट की गैस का पसंर होता है। खाना ठीक से हज़म करने में भी ये आयुर्वेदिक उपाय काफी फायदेमंद है।
  • गंजापन से छुटकारा पाना मतलब नए बाल उगाना और पुराने बालों का गिरना रोकना। इसके लिए 5 चम्मच दही में 1 चम्मच नींबू का रस और 2 चम्मच काले चने का पाउडर मिलाकर सिर पर लगाये और 1 घंटे बाद धो ले। इस देसी नुस्खे को हफ्ते में 2 से 3 बार करें।
  • घुटनों और जोड़ों के दर्द का इलाज करने के लिए अश्वगंधा, शतावरी का चूरन और आमलकी को अच्छे से मिला ले और रोजाना सुबह पानी के साथ ले। इससे दर्द ठीक होगा और जोड़ों को मजबूती मिलेगी। अगर गठिया की शिकायत हो तो इस उपाय से वो भी ठीक होता है। लहसुन के तेल में अजवाइन और हींग मिला कर पका ले और जोड़ो की मालिश करे तो जोड़ों और घुटनों का दर्द दूर होता है।
  • दिल की बीमारियों का उपचार घरेलू नुस्खे से करने के लिए 20 ग्राम गाजर का रस और 40 ग्राम आंवले का रस मिला कर पिये। इस उपाय से ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है।
  • अगर किसी को आधे सिर दर्द (माइग्रेन) की बीमारी हो तो सिर के जिस हिस्से में दर्द ज्यादा हो उस तरफ की नाक में गाय का शुद्ध देसी घी डालें। जाने सिर दर्द का इलाज के नुस्खे।
  • लीवर की सूजन और कमज़ोरी दूर करने के लिये हर रोज सुबह शाम 1 गिलास पानी में 1 चमचा शहद और 1 चम्मच सेब का सिरका मिला कर पियें। लीवर को ताकत देने और गर्मी दूर करने का ये रामबाण उपाय है।
  • चेहरे से पिंपल्स और कील मुंहासे हटाने की लिए नीम के पत्तों को पानी में उबालकर उस पानी से चेहरे को धोएं। पत्तों को पीसकर एक लेप बना ले और चेहरे पर लगाये।
  • गुर्दे (किडनी) के रोगों से बचने और इलाज करने के लिए हर एक घंटे में पानी पिने की आदत डालें । पानी पीने से किडनी में मौजूद विषैले पदार्थ पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकलते है। नींबू पानी पीने से भी फायदा मिलता है, इससे शरीर को विटामिन सी मिलेगा।
  • अगर आप अपने अधिक खाने की आदतों से परेशान है और भूख कम करने के लिए दादी माँ के नुस्खे अपनाना चाहते है तो खाने में काली और हरी मिर्च का सेवन करें। मिर्च से भूख कम लगती है और मोटापा कम करने में मदद मिलती है।
  • नपुंसकता हो या मर्दाना कमजोरी, उसका इलाज आयुर्वेदिक तरीके से करने के लिए 1 चम्मच आंवला चूर्ण और 1 चम्मच शहद में 2 चम्मच आंवले का रस मिलाएं और दिन में 2 बार इसका सेवन करें। इस नुस्खे से यौन शक्ति बढ़ती है और नपुंसकता का इलाज होता है।
  • कब्ज़ खोलने के लिए दही में ईसबगोल की भूसी मिला कर खाये। पत्ता गोभी का जूस और पालक का जूस कब्ज़ का इलाज करने में असरदार है।
  • किसी को बुखार हुआ हो तो पहले बुखार के साथ आने वाले लक्षणों पर ध्यान दे, इससे ये पता चलेगा की ये आम बुखार है या फिर मलेरिया, टाइफाइड, डेंगू या चिकुनगुनिया की वजह से हुआ है। अगर आपको इनमें से किसी बीमारी के लक्षण दिखे तो एक बार किसी डॉक्टर से मिले और टेस्ट करवाये। बुखार किसी भी वजह से हो गिलोय का काढ़ा पिने से आराम मिलता है। जाने घरेलु नुस्खे अपना कर बुखार का इलाज कैसे करे
  • अगर डेंगू के लक्षण दिखे तो इसके उपाय में भी गिलोय का सेवन अच्छा है। जाने डेंगू का उपचार के आयुर्वेदिक नुस्खे क्या है और इसका प्रयोग कैसे करे।
  • खाना खाने के आधा घंटा पहले नमक के साथ अदरक का सेवन करने से भूख बढ़ती है। जाने देसी नुस्खे अपना कर भूख कैसे बढ़ाये।
  • बहुत से लोग अपने दुबले पतले शरीर से परेशान होते है और अपने दुबलेपन से छुटकारा पाने के लिए कोई न कोई उपाय करते रहते है। शरीर का वजन कम हो या जादा इसका प्रमुख कारन है ख़राब पाचन तंत्र। कुछ लोगो को पेट की बीमारियां जैसे कब्ज़, गैस की वजह से भी ये परेशानी होती है। अगर आप अपना वजन बढ़ाना चाहते है तो पहले पेट की बीमारियों का उपचार करे और अपनी पाचन क्रिया को दरुस्त करे। जाने शरीर वजन बढ़ाने के उपाय कैसे करे।
  • अगर आपका वेट अधिक है और अपने पेट की चर्बी और मोटापे से छुटकारा पाना चाहते है तो जाने मोटापा घटाने के तरीके।
  • कैंसर के इलाज में हल्दी और गोमूत्र का प्रयोग रामबाण उपाय है, ये कैंसर के सेल्स को नष्ट करते है। आधा कप गोमूत्र और आधा चम्मच हल्दी मिलाकर गर्म करें और रोगी को चाय के जैसे पीने को कहे। इस उपाय को दिन में 2 बार लगातार 3 महीने तक करने पर आश्चर्यजनक तरीके से फायदा मिलता है।

दादी माँ के नुस्खे और उपाय पीरियड्स के लिए – मासिक धर्म आने में देरी होना, बाबा बार पीरियड की डेट लेट हो जाना, पीरियड्स के दौरान कमर और पेट में जादा दर्द होना या फिर माहवारी से संबंधित कोई दूसरी समस्या हो इन सबका रामबाण इलाज है हल्दी प्रयोग करना। हल्दी में जो गुण मौजूद होते है वे मासिक स्त्राव को बढ़ाते है। बिना देरी के समय पर मासिक धर्म आये इसके लिए 1/4 चम्मच हल्दी 1 गिलास दूध में मिलाकर पिए।

ऊपर लिखे हुए नुस्खे आपकी जानकारी के लिए है, अगर आप की स्किन संवेदनशील है या आप कोई गंभीर रोग के इलाज के लिए उपाय करना चाहते है तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरूर ले।

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