समाचार सच, देहरादून। उत्तराखंड में मॉनसून की स्थिति लगातार गहराई हुई है। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक भारी बारिश का असर दिख रहा है। प्रदेश के चमोली और बागेश्वर जिले के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, देहरादून, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, पिथौरागढ़, नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर जिले में कहीं-कहीं तेज बारिश का येलो अलर्ट है।
मौसम विभाग के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि राज्य के दो जिलों देहरादून और बागेश्वर में मंगलवार से भारी बारिश हो सकती है। इन दो जिलों के अलावा आने वाले कुछ में राज्य के अधिकांश जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है। उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, चमोली, नैनीताल, पौड़ी और टिहरी में भारी बारिश की संभावना है। लोगों से अपील की गई है कि वे फिलहाल पहाड़ों की अपनी यात्रा स्थगित कर दें। साथ ही विशेष तौर पर सावधानी बरतें।
मौसम विज्ञान केंद्र ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करने से परहेज करने की हिदायत भी दी गयी है। उत्तराखंड में बारिश का क्रम भले ही धीमा पड़ा हो लेकिनकुछ देर मि झमाझम बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
उत्तराखंड के लिए अगले तीन-चार दिन चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। प्रदेश में एक बार फिर भारी बारिश की संभावना जताई गई है। बारिश के कारण पिछले पांच दिन से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में खलल पड़ सकता है। भारी बारिश और बादल फटने के कारण पांच दिन पहले केदारनाथ धाम के रामबाड़ा से भीमबली क्षेत्र के मार्ग में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रदेश सरकार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। 50 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, लेकिन कुछ लोग अब भी फंसे हुए हैं। वहीं, सोमवार को पांचवें दिन भी रुद्रप्रयाग और उसके आसपास रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सोमवार को घाटी में मौसम भी साफ बना रहा जिसके चलते हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू करने में काफी मदद मिली।
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