समाचार सच, नैनीताल। आर्यभट्ट प्रेषण एवं शोध संस्थान (एरीज) ने रविवार को रिंग ऑफ फायर (सूर्य ग्रहण) के नजारे का लाइव प्रसारण किया। हालांकि मौसम साफ नहीं होने के चलते लोग सूर्य ग्रहण का भरपूर आनन्द नहीं उठा पाये, बावजूद इसके इस विहंगम छठा को देखने के लिए हर किसी में उत्सुकता देखी गई। खगोल प्रेमियों ने रविवार को वलयाकार सूर्य ग्रहण का दीदार किया। एरीज के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. शशि भूषण पांडे ने बताया कि संस्थान से सूर्य ग्रहण के नजारे को देखने के लिए 15 सेंटीमीटर सोलर टावर टेलीस्कोप, 6 इंच विक्सन टेलीस्कोप व सन प्रोजेक्शन टेलीस्कोप का इस्तेमाल किया गया। खगोल प्रेमियों के लिए इस बार एरीज नैनीताल से लाइव प्रसारण सोशल मीडिया फेसबुक, यूट्यूब के माध्यम से किया गया।
हालांकि मौसम साफ नहीं होने के चलते लोग सूर्यग्रहण का भरपूर आनंद नहीं ले पाए। एरीज के निदेशक दीपांकर वैनर्जी ने बताया कि यह सूर्य ग्रहण बेहद आकर्षक रहा। सूर्य ग्रहण 10.25 से शुरू होकर 12.08 पर अपने चरम पर था। जो 1.54 पर समाप्त हो गया। उन्होंने कहा कि भारत में अगला वलयाकार सूर्य ग्रहण 21 मई 2031 को ही संभव होगा, जबकि पूर्ण सूर्य ग्रहण 20 मार्च 2034 को देखा जाएगा। इधर सूर्य ग्रहण के इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए हर किसी में खासी उत्सुकता देखी गई। लोग ग्रहण को देखने के लिए दूरबीन के अलावा एरीज से चल रहे लाईव प्रसारण को देखने के लिए फेसबुक व यूट्यूब को माध्यम बनाते दिखाई दिये।
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