समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। भारत में चाय को राष्ट्रीय पेय के रूप में माना जाता है। चाय का सेवन भारत में सबसे अधिक किया जाता है। यहां चाय कई रूपों में प्रस्तुत की जाती है, जैसे- ग्रीन टी, ब्लैक टी, आइस टी, और हर्बल टी। तनाव को दूर रखना चाहते हैं? ये हर्बल ड्रिंक्स हैं ब्रेन हेल्थ के लिए बेस्ट।


हालांकि, हाल ही में एक नया प्रकार की चाय चर्चा में है, जिसे ब्लू टी कहा जाता है। इस चाय के भी कई फायदे हैं, लेकिन इसके बारे में अभी तक बहुत कम लोगों को जानकारी है। इसलिए आइए आज हम जानें कि बटरफ्लाई फ्लावर क्या है और इसके लाभ क्या हैं।
ब्लू टी क्या है?
ब्लू टी को नीली चाय और बटरफ्लाई टी भी कहा जाता है। इसे बनाने के लिए बटर फ्लाई फ्लावर का उपयोग किया जाता है। ब्लू टी तैयार करने के लिए एक कप पानी लें। उसे हल्का-सा गरम करें और 4-5 बटरफ्लाई फ्लावर डालें, और थोड़ी देर तक उबालें। इस चाय में थोड़ा सा शहद मिलाएं और गर्म चाय को पेश करें।
इम्युनिटी बूस्टर
ब्लू टी इम्युनिटी बूस्टर के तौर पर भी काम करती है। इसे पीने से एनर्जी मिलती है। साथ ही थकान महसूस नहीं होती है। इसमें मौजूद खुशबू दिमाग को तरोताजा रखती है।
वजन घटाएं
इसमें मौजूद तत्व मेटाबॉलिज्म को बढ़ाते हैं और फैट बर्न करने में मददगार होते हैं। जिससे आपका वजन तेजी से कम होता है। ग्रीन टी की तरह ही ब्लू टी भी वजन कम करने में सहायक होती है।
डिप्रेशन से बचाव
कई बार दिमाग में कुछ चीजें बुरी तरह से बैठ जाती है जिससे आपका मूड भी खराब हो जाता है और इंसान धीरे-धीरे डिप्रेशन में जाने लगता है। ब्लू टी की महक और इसके सेवन से डिप्रेशन कम करने में मदद करता है। इसकी महक से भी मूड परिवर्तित होता है।
माइग्रेन दर्द
लगातार माइग्रेन दर्द होने से किसी भी काम में मन नहीं लगता है। इसलिए दर्द को कम करने के लिए आप ब्लू टी का सेवन कर सकते हैं। इसमें मौजूद तत्व से माइग्रेन दर्द में आराम मिलेगा। इतना ही नहीं ब्लू का सेवन आप नॉर्मल सिरदर्द के दौरान भी कर सकते हैं।
झुर्रियों को करें कम
जी हां, असमय आपके चेहरे पर झुर्रिया आ गई है तो आप ब्लू टी का सेवन करें। इसके नियमित सेवन से चेहरे पर बढ़ रही झुर्रिया, फाइन लाइन्स को कम और ठीक करने में मदद करेगी।
बालों को मजबूत बनाएं
ब्लू टी के सेवन बालों की समस्या में राहत मिलती है। बाल मजबूत होते हैं। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स, खनिज तत्व और मिनरल्स अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। जिससे बालों को जरूरी पोषण मिलता है।
आंखों को बनाएं स्वस्थ
छोटी उम्र से ही बच्चों को चश्मे लग जाते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो आप उन्हें यह थोड़ी मात्रा में दे सकते हैं। कुछ दिन दे कर यह भी देख लें कि बच्चों को कोई अन्य समस्या तो नहीं हो रही है। इसके सेवन से आंखों की रोशनी बढ़ने में मदद होती है। आंखों की थकावट और सूजन भी कम होता है।


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