गढ़ीनेगी पधारने पर हुआ श्री हरिचैतन्य महाप्रभु का भव्य स्वागत समाचार सच, गढीनेगी। प्रेमावतार युगद्रष्टा श्री हरि कृपा पीठाधीश्वर एवं भारत के महान सुप्रसिद्ध युवा संत श्री श्री 1008 स्वामी श्री हरि चैतन्य पुरी जी महाराज ने कहा कि हमें…
Category: अध्यात्म
अष्टमी व नवमी को भक्तों ने महागौरी एवं सिद्धीदात्री माँ को मनाया
कन्यापूजन कर व्रत का उध्यापन, कई जगह भण्डारे का आयोजन कर प्रसाद वितरण समाचार सच, हल्द्वानी। चैत्र मास की नवरात्र पर्व पर यहां श्रद्धालुओं ने अष्टमी महागौरी मां एवं नवम सिद्धीदात्री देवी की मन्दिरों में जाकर श्रद्धा भक्ति भाव से…
मां दुर्गा की नौवीं शक्ति देती है हर तरह की सिद्धि…
या देवी सर्वभूतेषु मां सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता।नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।अर्थ : हे मां! सर्वत्र विराजमान और मां सिद्धिदात्री के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूं। हे मां, मुझे अपनी…
नवरात्र के आठवें दिन महागौरी की पूजा-अर्चना …
नवरात्र के आठवें दिन महागौरी की पूजा-अर्चना और स्थापना की जाती है। अपनी तपस्या के द्वारा इन्होंने गौर वर्ण प्राप्त किया था। अतः इन्हें उज्ज्वल स्वरूप की महागौरी को अन्नपूर्णा.. ऐश्वर्य प्रदायिनी.. चैतन्यमयी ..त्रैलोक्यपूज्या.. शारिरिक मानसिक और सांसारिक ताप का…
अष्टमी-नवमी तिथि को लेकर भक्त श्रद्धालुजन हो रहे हैं परेशान तो पढ़े…
समाचार सच, हल्द्वानी। वासंतिक नवरात्र की अष्टमी और नवमी के हवन से लेकर कन्यापूजन की तिथि को लेकर लोगों में काफी असमंजस बना हुआ है। लोग असमंजस में हैं कि किस दिन कन्यापूजन करना शुभ फलदायी होगा। ऐसे में आपकी…
मां दुर्गा की सातवीं शक्ति कालरात्रि…
देवी दुर्गा का सातवां रूप है कालरात्रि और इनकी नवरात्र के सातवें दिन पूजा का महत्व है। देवी के इस नाम से ही ऐसा जाहिर होता है की देवी का यह रूप बहुत ही भयानक होगा। इस रूप में देवी…
छठे दिन होती है मां कात्यायनी की पूजा
समाचार सच, आज चैत्र शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को नवरात्र का छठा दिन आज के दिन देवी दुर्गा की छठी शक्ति मां कात्यायनी की उपासना की जायेगी। आज दोपहर 03 बजकर 32 मिनट तक शोभन योग रहेगा। शुभ कार्यों…
पांचवी शक्ति माँ स्कन्दमाता
पंचम देवी स्कन्दमाता की उत्पत्ति समाचार सच । सम्पूर्ण जगत की भलाई व देवताओं के कल्याण हेतु माँ दुर्गा भगवती नव रात्रि में नव रूपों अर्थात् प्रतिमाओं में प्रकट हुई। जिसमें स्कन्दमाता की प्रतिमा की उत्पत्ति नवरात्रि के ठीक पांचवे…
ब्रह्मांड को उत्पन्न करने वाली चतुर्थ मां कुष्मांडा
सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च। दधाना हस्तपद्माभ्यां कुष्मांडा शुभदास्तु मे। नवरात्रि में चौथे दिन देवी को कुष्मांडा के रूप में पूजा जाता है। अपनी मंद, हल्की हंसी के द्वारा अण्ड यानी ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इस देवी को कुष्मांडा नाम से…