चैत्र नवरात्रि 2025: चैत्र नवरात्रि में भूलकर भी 10 कार्य न करें अन्यथा संपूर्ण वर्ष नकारात्मकता रहेगी

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समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। हिंदू नववर्ष की शुरुआत चैत्र नवरात्रि से होती है। 30 मार्च 2025 से चैत्र माह की नवरात्रि प्रारंभ हो रही है। इस बार नवरात्रि 8 दिनों की रहेगी। 6 अप्रैल रामनवमी के दिन इसका समापन होगा। 5 अप्रैल को अष्टमी की पूजा होगी। चैत्र नवरात्रि को साधना और सिद्धि के लिए उत्तम नवरात्रि माना जाता है, जबकि शारदीय नवरात्रि में माता की आराधना होती है। चैत्र नवरात्रि में भूलकर भी 10 कार्य न करें अन्यथा संपूर्ण वर्ष नकारात्मकता रहेगी।

  • व्रत रखने वालों को दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिए। इसी के साथ नौ दिनों तक नाखून नहीं काटने चाहिए।
  • इन दिनों में सभी को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। शारीरिक संबंध बनाने से व्रत का फल नहीं मिलता है और नियम खंडित होता है।
  • अगर माता के नाम की अखंड ज्योति जला रहे हैं तो इन दिनों घर खाली छोड़कर कहीं नहीं जाना चाहिए।
  • एक बार व्रत का संकल्प लेने के बाद उसे तोड़ना नहीं चाहिए। यदि आपको कोई रोग या बुखार हो जाए तो व्रत तोड़ा जा सकता है।
  • व्रतधारी को 9 दिनों तक खाने में अनाज, प्याज, लहसुन, नॉन वेज, तम्बाकू, सफेद नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। नवरात्रि फलाहार एक ही स्थान पर बैठकर ग्रहण करें।
  • इन दिनों व्रत रखने वालों को 9 दिन तक नींबू नहीं काटना चाहिए।
  • इन दिनों व्रत रखने वाले लोगों को चप्पल, जूते, बैग, बेल्ट आदि चमड़े की चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
  • नवरात्रि के 9 दिन का व्रत रखने वालों को गंदे तथा बिना धुले वस्त्र पुनरू धारण नहीं करने चाहिए।
  • इन दिनों यदि दुर्गा सप्तशती पाठ, चालीसा या मंत्र पढ़ रहे हैं तो पढ़ते हुए बीच में से ना उठे और ना ही दूसरों से बातचीत करें, इससे इनका पूरा फल नहीं मिलता है और नकारात्मक शक्तियां इसका फल ले जाती हैं।
  • विष्णु पुराण के अनुसार, नवरात्रि व्रत के समय दिन में सोना निषेध है।
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