नागरिकता संशोधन कानून की देश में थी लम्बे समय से जरूरत : डॉ0 रमेश पोखरियाल ‘निशंक’

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केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री हल्द्वानी में पत्रकार वार्ता में कहा : जनता को सीएए का विरोध करने वाले राजनीतिक दलों के भ्रमजाल से बाहर निकलने की जरूरत

समाचार सच, हल्द्वानी। नागरिक संशोधन कानून की देश में लम्बे समय से जरूरत थी। इस कानून से देश मे किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस सीएए को लेकर जनता के बीच में भ्रम फैला रही है। देश की की जनता को इसका विरोध करने वाले राजनीतिक दलों के भ्रमजाल से बाहर निकलने की जरूरत हैं।

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उक्त बात यहां भाजपा संभाग कार्यालय में रविवार को आयोजित पत्रकार सम्मेलन में केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कही। उनका कहना था कि मोदी जी द्वारा जो एक के बाद एक कड़े व बड़े निर्णय लिये हैं जो हिन्दुस्तान को मजबूत बनाते हैं और वर्तमान में पूरे विश्व में हिन्दुस्तान एक महाशक्ति के रूप में खड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन का जो कानून आया है, इस कानून की लम्बे समय से जरूरत थी। आज पूरे देश में इस कानून को लेकर मोदी जी की तारिफ हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि नागरिक संशोधन कानून देश की जरूरत है। इसके लिए वो शैक्षणिक संस्थानों को अपने राजनीतिक गतिविधियों का अड्डा बना रही है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शैक्षणिक संस्थान में हमारे देश का भविष्य हैं। इसे बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बंग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर बढ़ रहे उत्पीड़न को ध्यान में रखते हुए उन्हें भारत की नागरिकता दिलाने के लिए यह कानून बनाया गया है।

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डॉ. निशंक ने देश और प्रदेश के छात्रों से अपील की कि वे सीएए के समर्थन में आगे आएं और लोगों को समझाएं कि आखिर सीएए क्या है और इसकी क्यों जरुरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हमें विश्व रैंकिंग पर जाना है। इसीलिए विपक्षी दल शैक्षणिक संस्थानों को राजनीति का अखाड़ा बनाने में लगे हुए हैं।

डॉ निशंक ने जिन्ना पर भी तंज कसते हुए कहा कि जिस समय मुल्क आजाद हुआ, उस समय जिन्ना द्वारा कहा गया था कि यहां पर सभी लोग रहेंगे और यह धार्मिक मुल्क नहीं बनेगा, लेकिन जिन्ना ने मुल्क को इस्लामिक देश बना दिया। जिस कारण वहां पर रह रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर अत्याचार होता रहा और उन्होंने वहां से जान बचाकर हिन्दुस्तान की शरण में ही आना सुरक्षित समझा। उन्होंने विस्तार से उदाहरण देते हुए बताया कि पड़ोसी इस्लामिक मुल्घ्कों में अल्पसंख्यक समुदाय प्रताड़ित है। पाकिस्तान में ही आजादी से पहले अल्पसंख्यकों की आबादी जहां 22फीसद थी वहीं अब मात्र 3.7 फीसद रह गई है। आखिर ऐसा क्यों हुआ इसके लिए कौन जिम्मेदार है। ये लोग या तो धर्मांतरण का शिकार हो गए या फिर किसी अनहोनी का और कुछ लोग जान बचाकर हिंदुस्तान पहुंच गए। आखिर ऐसे लोगों के बारे में विचार करना गलत है क्या? उन्होंने कहा कि जबकि गांधी जी ने भी ऐसे शरणार्थियों को शरण देने की बात कही थी। कांग्रेस सरकार में पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक सभी ने इस तरह के कानून की पैरवी की थी। आज कांग्रेस अनर्गल बयानबाजी कर हल्की राजनीति के तहत आम जनता को भटका रही है।

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इससे पूर्व यहां केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार डॉ0 निशंक नैनीताल जनपद के हल्द्वानी महानगर आगमन पर पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया।

इस दौरान पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री बची सिंह रावत, विधायक बंशीधर भगत, संजीव आर्य, जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, प्रदेश महामंत्री राजू भंडारी, पूर्व सांसद बलराज पासी, दर्जा मंत्री गजराज बिष्ट, रेनू अधिकारी, अजय राजौर, मजहर नईम नवाब, प्रकाश हरबोला, मेयर डॉ0 जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, मीडिया प्रभारी तरुण बंसल, प्रकाश रावत, हेमन्त द्विवेदी, सुरेश तिवारी, दिनेश आर्या, अनिल कपूर डब्बू, विनीत अग्रवाल, मदन फर्त्याल, नवीन पंत, प्रताप रैक्वाल सहित भारी संख्या में भाजपाई मौजूद थे।

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