आपदा ग्रस्त इलाकों के पुरर्निर्माण कार्यों में हो रही देरी में की नाराजगी व्यक्त
समाचार सच, कोटाबाग/रामनगर। जिलाधिकारी वंदना सिंह ने गुरुवार कोटाबाग विकासखंड के अंतर्गत न्याय पंचायत अमगढ़ी में जनसुनवाई के दौरान अगस्त माह में आई दैवीय आपदा से प्रभावित डौन, परेवा, ओखलढूंगा गांव का निरीक्षण किया। जिसमें उन्होंने आपदा से प्रभावित मार्ग, खेतों और पेयजल लाइनों का जायजा लिया।
इस दौरान उन्होंने क़ृषि भूमि सुधारीकरण और मनरेगा के अंतर्गत होने वाले कार्यों के बारे में चर्चा की। दैवीय आपदा के बाद विकास कार्यों में धीमी गति, प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद भी आपदा ग्रस्त इलाकों के पुनर्निर्माण कार्यों में हो रही देरी में नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने खंड विकास अधिकारी को 10 दिन के भीतर आपदा मद से स्वीकृत पुल निर्माण, सुरक्षा दीवार, मलवा हटाने आदि कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। खेतों से मलबा हटाने का कार्य कृषि भूमि संरक्षण विभाग तथा मनरेगा से कराए जाने हेतु निर्देशित किया।
ओखलढूंगा में निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने बोहराकोट से ओखलढूंगा तक सड़क मार्ग को दुरुस्त करने की बात कही। जिसमें जिलाधिकारी ने पी0एम0जी0एस0वाई0 को 24 दिसम्बर तक सड़क को पीडब्ल्यूडी को हस्तांतरित करने और लो0नि0वि0 को 15 जनवरी तक डी पी आर तैयार करने हेतु निर्देशित किया, उन्होंने नलकूप खंड, सिंचाई विभाग को 31 दिसम्बर तक जल जीवन मिशन का कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को क्षेत्र में तैनात सी एच ओ के ग्राम भ्रमण हेतु दिन निर्धारित करने के आदेश दिए।
वहीं विकास खण्ड कोटाबाग के न्याय पंचायत अमगढ़ी में जनसुनवाई कर आमजनमानस की समस्याओं से रूबरू होकर समस्याओं का मौके पर किया समाधान तथा क्षेत्र में संचालित विकास कार्याे का निरीक्षण किया। जनसुनवाई में जिलाधिकारी ने 79 समस्याओं का निस्तारण किया। जिसमें मुख्य रूप सड़क, पानी, बिजली और स्कूल, क़ृषि बीमा, जल जीवन मिशन, पशुपालन आदि के मुद्दे छाए रहे।
शिविर में ग्राम पंचायत डौन परेवा के क्षेत्रवासियांे ने बताया कि आपदा प्रभावित नालों से होकर गुजरने वाले एकमात्र मार्ग की स्थिति यथावत जीर्णक्षीण बनी हुई है। जीवन यापन सम्बन्धी आवश्यक वस्तुऐं, स्थानीय उत्पाद बाजार तक नहीं पहुॅच पर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गम्भीर मरीजों को चारपाई के माध्यम से चिकित्सालय तक समय से पहुंचाना मुश्किल व जोखिम भरा है तथा बच्चों को विद्यालय जाने में भी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। जिस पर जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को एक सप्ताह के भीतर मुख्य संपर्क मार्ग की मरम्मत का कार्य आरंभ करने के निर्देश दिये।
ग्राम पंचायत अमोठा निवासी सुरेश राम ने बताया कि विगत वर्ष 2009-10 में ग्राम सभा अमोठा में मेरी जमीन सड़क के लिए कटी गयी थी जिसका मुवआजा अभी तक नहीं मिला पाया है। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता को मुआवजा वितरण हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
ग्राम प्रधान प्रेमा देवी ने बताया कि ग्राम पाटकोट में स्थित ए0एन0एम सेन्टर में दो वर्ष पूर्व कार्यरत महिला स्टाफ की पदोन्नति के पश्चात उक्त पद दो साल से रिक्त पड़ा है, जिसमें स्थानीय ग्रामीणों को टीकाकरण, प्रसव तथा जन्म मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने हेतु काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया कि उक्त एएनएम सेन्टर में स्टाफ की तैनाती की जाए। जिस पर डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी को एएनएम की नियुक्ति होने तक प्रभारी के लिए ग्राम में सप्ताह में दो दिन निर्धारित करने के निर्देश दिये।
उन्होंने विभिन्न जमीनी विवाद के मामलों में तहसीलदार को जांच के निर्देश दिए। इस दौरान उद्यान विभाग द्वारा स्वयं सहायता समूह को सब्जी बीज किट और क़ृषि विभाग द्वारा क़ृषि यन्त्र वितरित किए गए। उन्होंने टेड़ा गांव में जल निगम द्वारा बनाएं जा रहे ओवर हैड टैंक का निरीक्षण किया।
इस दौरान जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी, तहसीलदार संजय कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भागीरथी जोशी, मुख्य उद्यान अधिकारी आर के सिंह समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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