समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। हम सभी जरूरत पड़ जाने पर कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे जरूर आजमाते हैं, जो हमारी दादी-नानी के समय से कारगर बताए जा रहे हैं। चोट लग जाने पर या सर्दी-जुकाम होने की स्थिति में तुरंत एलोपैथी दवा लेने या डॉक्टर के पास भागने के बजाय दादी-नानी के इन्हीं अचूक नुस्खों को जरूर आजमाते हैं।
बेहद कारगर हैं दादी मां के नुस्खे
दादी-नानी के कुछ नुस्खे इतने ज्यादा कारगर हैं कि डॉक्टर और मेडिकल साइंस भी उन्हें मानने से मना नहीं करते हैं। इनमें से ज्यादातर नुस्खों का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। हालांकि अगर आप किसी गंभीर बीमारी के शिकार हैं या आपको कुछ चीजों से एलर्जी है तो इन आम नुस्खों को आजमाने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट कर लें। जानिए कुछ ऐसे ही नुस्खे, जो आपको बहुत जल्दी ठीक कर सकते हैं।
पेट को ठीक रखेगा सेंधा नमक
नैचरल मिनरल्स से भरपूर सेंधा नमक सफेद वाले नमक से कई गुना बेहतर होता है और यह पाचन को सुधारने में मदद करता है। ऐसे में सेंधा नमक को नींबू के रस के साथ मिलाकर पीने से गैस की समस्या दूर होती है, साथ ही अगर ब्लोटिंग यानी पेट फूलने की समस्या हो तो उसे भी इस नुस्खे से दूर कर सकते हैं।
हल्दी से बढ़ेगी इम्युनिटी
अगर आपके शरीर के किसी भी हिस्से में चोट लग गई है तो दूध में हल्दी डालकर पीएं. दूध प्रोटीन का बेस्ट सोर्स है, जो घाव को भरने में मदद करता है और हल्दी में एंटी-इन्फ्लेमेट्री प्रॉपर्टीज होती हैं, जो मसल्स में आई सूजन और जलन में राहत दिलाती हैं. हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है।
ध्यान रखें- हल्दी वाले दूध को इलाज का सब्सिट्यूट न मानें। अगर कोई ऐसी चोट या समस्या है, जिसमें इलाज कराने और दवा खाने की जरूरत है तो उससे परहेज न करें। हालांकि दवा के साथ हल्दी वाला दूध पीना जारी रख सकते हैं।
सिरदर्द, माइग्रेन अटैक, बेचैनी या चिंता महसूस होने की स्थिति में लैवेंडर को सूंघने से तकलीफ कुछ कम हो सकती है. स्टडीज में भी यह बात साबित हो चुकी है कि लैवेंडर की चाय पीने या लैवेंडर ऑयल की कुछ बूंदों को रुमाल या टिश्यू पेपर पर डालकर सूंघने से एंग्जाइटी कम होती है, दिमाग और शरीर रिलैक्स होता है और स्ट्रेस लेवल भी कम हो जाता है।
अचूक है अदरक-शहद का उपाय
अदरक को पानी में उबालकर और फिर शहद के साथ खाया जाए तो यह कफ, गले में खराश और गला खराब होने की दिक्कत से छुटकारा दिला सकती है। अदरक को शहद के साथ खाने से गले में होने वाली सूजन और जलन में भी राहत मिलती है।
ध्यान रखें- डायबिटीज के मरीज शहद की मात्रा को लेकर सावधान रहें क्योंकि इससे उनका शुगर लेवल प्रभावित हो सकता है।
सूप से खत्म होगा कॉमन कोल्ड
कॉमन कोल्ड और फ्लू में एंटीबायोटिक्स ज्यादा असरदार नहीं होती हैं क्योंकि ये वायरस से होने वाली बीमारी है और कॉमन कोल्ड को तुरंत दवा खाकर ठीक नहीं किया जा सकता है। इसे इलाज के जरिए सिर्फ कम किया जा सकता है। ऐसे में गर्मागर्म सूप कॉमन कोल्ड से राहत दिला सकता है। सूप पीने से बंद नाक और गला खुल जाता है और कंठ में होने वाली इरिटेशन में भी आराम मिलता है। साथ ही शरीर भी हाइड्रेट होता है, जिससे जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है।
ध्यान रखें- सूप पीने से आपको फ्लू और कॉमन कोल्ड में अस्थायी रूप से और कुछ समय के लिए आराम मिलता है। अगर 36 घंटे से ज्यादा समय तक लक्षणों में कोई कमी न आए तो डॉक्टर से संपर्क करें।
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