समाचार सच, हल्द्वानी। एक तरफ उत्तराखंड की सर्द हवाएं और दूसरी तरफ चुनावी गहमागहमी, इन दोनों ने नेताजी को अपने घरों में कैद कर दिया। हालांकि, ठंड का असर केवल घरों तक ही सीमित नहीं रहा। नेताजी ने घर में रहकर मूंगफली, गजक, चाय, हलवा और पकौड़ी का लुत्फ उठाते हुए सियासी समीकरण साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
जहां आम लोग आलू के गुटके और चटनी का चटकारा लेते दिखे, वहीं नेताजी मोबाइल और टीवी स्क्रीन पर नजरें गड़ाए रहे। सोशल मीडिया के जरिए पल-पल की खबरें जुटाने और अपनी रणनीतियों को धार देने का सिलसिला भी लगातार जारी रहा।
सोशल मीडिया बना चुनावी हथियार
चुनाव का मौसम है, ऐसे में नेताजी के लिए सोशल मीडिया एक अहम हथियार साबित हो रहा है। परिचितों से पल-पल की जानकारी लेने और सियासी समीकरणों का आकलन करने का यह जरिया खूब इस्तेमाल हुआ।
पकौड़ी संग सियासत की चटनी
पूर्व में चुनाव लड़ चुके एक नेताजी ने सर्द मौसम का आनंद उठाते हुए बताया कि ठंड के कारण वे चाय और पकौड़ी बनाने में मशगूल हैं। हालांकि, मेयर की टिकट के लिए उनकी नजरें लगातार सियासी गलियारों पर जमी हुई हैं। पकौड़ी के साथ चर्चा और चुनावी भविष्य की रणनीति ने इस ठंडे मौसम में गर्मी बनाए रखी।
सर्दी में सियासी गर्मी
सर्द मौसम के बावजूद चुनावी तापमान ने गर्मजोशी बनाए रखी। नेताजी जहां एक ओर अपने घरों में गर्मागरम स्नैक्स के साथ सियासी समीकरण साधते नजर आए, वहीं दूसरी ओर शहर में चुनावी चर्चा जोरों पर रही।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें
👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें
हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440