बरसात में होने वाली उमस से अक्सर साइनस, डिहाइड्रेशन जैसी दिक्कतें भी आती है तो कैसे रखें ख्याल

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Humidity in rainy season often causes problems like sinus, dehydration, so how to take care

समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। देश के ज्यादातर राज्यों में बारिश ने दस्तक दे दी है। कहीं ज्यादा बारिश हो रही है तो कहीं कम। अब बारिश की शुरुआत है तो उमस भी होगी, क्योंकि जैसे ही बारिश के थमने पर धूप निकलती है, तो उमस की वजह से लोगों का हाल-बेहाल हो जाता है।

अब जरूरत की बात करते हैं। यानी उमस बढ़ने से आपको क्या दिक्कत हो सकती है? इससे कैसे बचा जा सकता है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए हमने बात की भोपाल के फिजीशियन और कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर बालकृष्ण श्रीवास्तव से।

डिहाइड्रेशन, सर्दी-खांसी, साइनस और माइग्रेन जैसी बीमारियां कैसे होती हैं?

डिहाइड्रेशन
डॉक्टर श्रीवास्तव कहते हैं- जब बारिश होती है तो लोगों को लगता है कि मौसम ठंडा हो गया है। अब शरीर में पानी की कमी नहीं होगी, लेकिन उमस की वजह से पसीना भी ज्यादा निकलता है। ऐसे में शरीर को पानी की जरूरत पड़ती है। ऐसी सिचुएशन में लोगों को वाटर इनटेक बढ़ाना चाहिए। वरना डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। ठच् यानी ब्लड प्रेशर भी लो हो सकता है।

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सर्दी-खांसी
बारिश के मौसम में लोग ठंड और गर्म चीजें एक साथ खा लेते हैं। इसकी वजह से वायरल इंफेक्शन या सर्दी-खांसी जैसी समस्या होती है।

साइनस
चेहरे और सिर के अंदर छोटे-छोटे एयर स्पेस होते हैं, जिसे साइनस कहते हैं। जब सर्दी होती है तो इन एयर स्पेस की ओपनिंग बंद हो जाती है और साइनस बढ़ जाता है।

माइग्रेन
इस मौसम में माइग्रेन की समस्या भी बढ़ सकती है। हालांकि, हर किसी को माइग्रेन की समस्या अलग-अलग वजहों से होती है। जैसे- किसी को तेज गर्मी तो किसी को ज्यादा रोशनी से।

बारिश के मौसम में बैलेंस डाइट लें, डॉक्टर बालकृष्ण श्रीवास्तव के अनुसार

  • सीजनल फ्रूट्स खाएं। जैसे- पपीता, अनार, लीची।
  • हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं।
  • बाहर का खाना खाने से बचें।
  • बच्चों को कुरकुरे या चिप्स न दें। इससे एसिडिटी हो सकती है।
  • कोल्ड ड्रिंक पीने से परहेज करें।
  • न कम खाएं और न ज्यादा खाएं।
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जितना ज्यादा पानी भाप बनेगा, उतनी ज्यादा उमस बढ़ेगी

गर्मी की वजह से बारिश, नदी-नालों, समुद्र या झील का पानी भाप बनकर उड़ता है और आसपास की हवा में फैल जाता है। इसे ही उमस कहते हैं। फिर जब भाप वाली हवा शरीर से टकराती है तो है ह्यूमिडिटी यानी उमस का एहसास होता है।

गर्म क्षेत्रों में उमस ज्यादा होती है
ठंडी जगहों की तुलना में गर्म जगहों पर उमस ज्यादा होती है, क्योंकि गर्मी के चलते पानी बहुत तेजी से भाप बनकर उड़ता है और आसपास की हवा में फैल जाता है।

चलते-चलते जान लेते हैं बीमार होने पर आप कौन-सी गलती करते हैं, जिसे नहीं करनी चाहिए-

  • डॉक्टर की सलाह नहीं मानते हैं। जैसे- बच्चे को बाहर का मसालेदार खाना न खिलाएं, ठंडी चीजें न दें।
  • हल्की सर्दी-खांसी हो तो तुरंत गार्गल करना शुरू कर दें।
  • हर रोज योग या एक्सरसाइज जरूर करें।
  • दवाइयां टाइम पर लें, ताकि जल्दी ठीक हो सकें।
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