व्हाइट डिस्चार्ज की परेशानी से जूझ रहे हैं तो आजमायें ये उपाय नहीं होगा इंफेक्शन

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समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। व्हाइट डिस्चार्ज महिलाओं में एक सामान्य प्रक्रिया है जो योनि को साफ और नम बनाए रखने के लिए होती है लेकिन अगर इसमें बदबू, रंग बदलना, खुजली या जलन हो, तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है। वैसे तो यह समस्या हर महिला को जीवन में कभी ना कभी हो ही जाती है लेकिन कुछ महिलाओं को यह समस्या बार-बार होती हैं जिसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। चलिए आपको उनके बारे में बताते हैं।

हार्माेनल असंतुलन
जिन महिलाओं के हार्मोंन बैलेंस में नहीं है खासकर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का असंतुलन व्हाइट डिस्चार्ज को बढ़ा सकता है। मासिक धर्म, गर्भावस्था, या योनियों की सूजन के समय हार्माेन स्तर बदलते हैं, जिससे डिस्चार्ज बार-बार हो सकता है।

गलत तरीके से साफ-सफाई करने पर
रोज़ाना योनिक क्षेत्र की अत्यधिक सफाई, हार्श साबुन या इंटर्नल वॉश का उपयोग करने से योनि का चभ् संतुलन बिगड़ता है, जिससे फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन बार-बार हो सकता है। गुनगुने गर्म पानी से योनि को साफ करें और मार्किट में मिलने वाले स्पेशल वेजाइनल वॉश प्रॉडक्ट्स का ही इस्तेमाल करें।

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डायबिटीक महिलाएं
जिन महिलाओं को ब्लड शुगर की समस्या है उन्हें भी योनि संक्रमण का खतरा अधिक रहता है खासकर कैंडिडा (फंगल) इंफेक्शन। इस कारण भी व्हाइट डिस्चार्ज बार-बार हो सकता है।

कमजोर इम्यून सिस्टम
जिन महिलाओं का इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर होता है, उन्हें भी ये संक्रमण और डिस्चार्ज की समस्या बार-बार होती है।इस स्थिति में बैक्टीरिया और फंगल योनियों में आसानी से बढ़ते हैं।

अस्वस्थ जीवनशैली और भोजन
ज्यादा मिठाई, तेल-मसाले, प्रोसेस्ड फूड और कम पानी पीना। यह भी फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण का कारण बन सकता है।

असुरक्षित यौन संबंध
यदि यौन स्वास्थ्य का ध्यान न रखा जाए तो स्टडीडिस या बैक्टीरियल इंफेक्शन बार-बार हो सकते हैं।

पुराने या बार-बार हुए योनिसंबंधी संक्रमण
अगर महिला ने पहले कभी थ्रश, बैक्टीरियल वजिनोसिस या किसी ैज्क् का इलाज कराया है तो रिस्क अधिक रहता है।

सफेद पानी कम करने और संक्रमण से बचाव के उपाय
सूती अंडरवियर पहनें

ये नमी सोखते हैं और हवा आने देते हैं।
योनि की सफाई
हल्के, बिना खुशबू वाले साबुन और गुनगुने पानी से धोएं।
सही तरीके से पोंछें
टॉयलेट के बाद हमेशा आगे से पीछे की ओर पोंछें।
पर्याप्त पानी पिएं
शरीर को हाइड्रेटेड रखें।
तनाव कम करें
योग, ध्यान और पर्याप्त नींद लें।

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आहार और घरेलू नुस्खे
मीठा और फास्ट फूड कम करें –
ये संक्रमण को बढ़ावा दे सकते हैं।
प्रोबायोटिक्स खाएं – दही, छाछ जैसे खाद्य पदार्थ अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं।
धनिया का पानी – रात भर भिगोए धनिया बीजों का पानी सुबह पिएं।
एलोवेरा जूस- योनि की स्वच्छता और इम्युनिटी में सहायक।
आंवला- पाउडर या जूस के रूप में लेने से लिकोरिया में आराम मिलता है।

डॉक्टर से कब मिलें?

  • डिस्चार्ज का रंग पीला, हरा या भूरा हो जाए।
  • तेज़ बदबू आने लगे।
  • योनि में खुजली, जलन या दर्द हो।
  • पेशाब करते समय जलन हो या पेट में दर्द बना रहे।

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