ऐक्टू के तीसरे राज्य सम्मेलन में वक्ता बोले- देश की जनता बेतहाशा महंगाई बढ़ने से बुरी तरह त्रस्त

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समाचार सच, हल्द्वानी। ऐक्टू के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड राजीव डिमरी ने कहा कि भारत में अभी जो सरकार चल रही है, उसने बड़े कॉरपोरट पूंजीपति वर्ग को फायदा पहुंचाने के लिए मजदूर वर्ग व आम लोगों के सभी हितों को दरकिनार कर दिया है। देश की जनता रोजगार नष्ट होने और बेतहाशा महंगाई बढ़ने से बुरी तरह त्रस्त हैं। लेकिन मोदी सरकार जनता को राहत प्रदान करने के स्थान पर सामाजिक विद्वेष की नीतियों को सचेत तरीके से बढ़ा रही है। इस सरकार ने संविधान में प्रदत्त अधिकारों को ताक पर रखकर संविधान और लोकतंत्र को ही खतरे में डाल दिया है। ऐक्टू के तीसरे राज्य सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के इस संकटपूर्ण मोड़ पर सारा दारोमदार आम तौर पर हम, भारत के लोग और खास तौर मजदूर वर्ग के कंधों पर आ रहा है, जिन लोगों ने संविधान को अपनाकर भारत को एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणतंत्र बनाने का, और तमाम विपरीत परिस्थितियों में उसे बुलंद रखने का संकल्प लिया है। सरकार से यह साफ-साफ जोरदार ढंग से कहने का वक्त आ गया है कि या तो वह कीमतों पर लगाम लगाये और रोजगार दे या फिर गद्दी छोड़ दे।

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भाकपा (माले) के राज्य सचिव कामरेड राजा बहुगुणा ने कहा कि भाइचारे की विरासत पर आधारित देश की बुनियादी संरचना पर सीधा हमला किया जा रहा है। इसके खिलाफ मजदूर वर्ग को भगत सिंह-अंबेडकर के विचारों पर आधारित एकता बनाते हुए विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ खड़ा होना बेहद जरूरी है। बैंक और बीमा यूनियनों के पदाधिकारियों ने कहा कि मोदी सरकार बीमा बैंक जैसे सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण करके देश की संपत्ति को अपने चहेते पूंजीपतियों को सौंप देना चाहती है। इसके खिलाफ सभी मजदूर संगठनों की एकता वक़्त की मांग है। सम्मेलन में श्रम कोड वापस लो, सभी कामगारों को वेतन पेंशन व सामाजिक सुरक्षा दो, आशा समेत सभी स्कीम वर्कर्स को नियमित करने की, बैंक बीमा रेलवे का निजीकरण बन्द करने, महँगाई पर रोक लगाने और रोजगार के अवसर बढ़ाने, उत्तराखंड में भर्ती घोटाले के आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण देने वालों को जेल भेजने, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में हुए भर्ती घोटाले की जांच करने, अन्तर्जातीय विवाह करने पर अल्मोड़ा जिले के भिकियासेन में दलित युवक की बर्बर जातिवादी हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्यवाही की मांग सम्मेलन में उठायी गयी।

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सम्मेलन की अध्यक्षता ऐक्टू के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह और संचालन प्रदेश महामंत्री केके बोरा ने किया। उद्घाटन सत्र में बीमा कर्मचारी संघ के जोनल अध्यक्ष मनोज गुप्ता, यूएफबीयू के अध्यक्ष योगेश पंत, एसबीआई स्टाफ फेडरेशन के अध्यक्ष ओमप्रकाश नियोलिया, उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की प्रदेश उपाध्यक्ष रीता कश्यप, आशा यूनियन की चंपावत जिलाध्यक्ष सरस्वती पुनेठा, ऐक्टू राज्य सम्मेलन के केंद्रीय पर्यवेक्षक कामरेड अभिषेक, सिडकुल संयुक्त संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष दिनेश तिवारी, जायडस वेलनेस यूनियन के अध्यक्ष विकास सती, ऐक्टू के नैनीताल जिला अध्यक्ष जोगेंद्र लाल, विद्युत संविदा कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष मनोज पंत, एनपी जोशी, डॉ कैलाश पांडेय, किशन बघरी, लललेश प्रसाद, धन सिंह, सुधा शर्मा, पद्मा प्रथोली, मोहन सिंह, लीला ठाकुर, रिंकी जोशी, प्रेमा बृजवासी आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।

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