21 दिवस को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, कब से हुई इस दिवस की शुरूआत…

खबर शेयर करें

समाचार सच। 27 सितंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के भाषण में माननीय मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाए जाने की अपील की। इसके उपरांत अमेरिका ने 123 सदस्यों की बैठक में अंतर्राराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव पास कर दिया। अमेरिका द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाए जाने की अपील करने के बाद, 90 दिनों के अंदर 177 देशों ने अंतर्राराष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव पारित कर दिया। 21 जून 2015 को पूरे विश्व में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।
योग का उद्भव भारत से ही माना जाता है। भारत में योग का इतिहास लगभग 2000 वर्ष पुराना बताया गया है। भारत में स्वामी विवेकानंद ने योग की शुरुआत बहुत पहले कर दी थी। स्वामी जी ने अपने शिकागो सम्मेलन के भाषण में योग का संदेश संपूर्ण विश्व को दिया था। योग पर आधारित पुस्तकों का संग्रह आज भी भारत के राष्ट्रीय संग्राहलयों में मिलता है। योग भारत के पास प्रकृति की एक अमूल्य वस्तु है।

क्यों 21 जून को मनाया जाता है?
क्या कभी आपने सोचा है कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है। इसके पीछे भी एक बेहद खास वजह छिपी है। दरअसल 21 जून उत्तरी उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे कुछ लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहकर बुलाते हैं। भारतीय परंपरा के अनुसार ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है. कहा जाता है कि सूर्य के दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने में बहुत लाभकारी होता है इसी वजह से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाते हैं।

भारत के नाम दर्ज रिकॉर्ड-
21 जून 2015 को पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। पहले योग दिवस पर भारत ने दो शानदार रिकॉर्ड भी बनाए थे। इस दिन पीएम मोदी ने 35 हजार से ज्यादा लोगों के साथ राजपथ पर योग किया था। पहला रिकॉर्ड 35,985 लोगों के साथ योग करना और दूसरा रिकॉर्ड 84 देशों के लोगों द्वारा इस समारोह में हिस्सा लेना।

योग का महत्व – आज के समय में सभी के जीवन में योग का बहुत अधिक महत्व है। वर्तमान में बढ़ती बीमारियों से निपटने के लिए योग बहुत जरुरी है। जिस प्रकार डाईबिटीज के मरीज के लिए दवा जरुरी है, ठीक उसी प्रकार जीवन में योग बहुत आवश्यक है।
प्रातः काल का समय, योग करने का सही समय माना जाता है। सुबह के समय योग करने से व्यक्ति के मस्तिष्क की सभी इंद्रियां भलीभंति गतिमान होती हैं, जिससे व्यक्ति का मन एकाग्र होकर कार्य करता है। योग एक ऐसी साधना है, जिसका जीवन में होना बहुत जरुरी है। योग एक ऐसी दवा है, जो बगैर खर्च के रोगियों का इलाज करने में सक्षम है। वहीं यह शरीर को ऊर्जावान बनाए रखता है, यही कारण हैं कि युवाओं द्वारा बड़े पैमाने पर जिम और एरोबिक्स को छोड़कर योग अपनाया जा रहा है।

योग के फायदे –

  • मानसिक तनाव से छुटकारा- सुबह के समय योग करने का सबसे ज्घ्यादा असर व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर होता है। प्रातः योग करने से दिन भर के मानसिक तनाव से छुटकारा मिल जाता है एवं सभी कार्य आसानी एवं सरलता से हो जाते हैं।
  • वजन कम करने में सहायक – योग वजन घटाने में अत्यधिक सहायक है। सूर्य नमस्कार, योग का ऐसा अंग है जो वजन कम करने में अत्यंत सहायक है। प्रतिदिन सूर्य नमस्घ्कार करने से व्यक्ति का 10 ग्राम तक वजन कम होता है।
  • डाईबिटीज रोगियों के लिए जरुरी – कहा जाता है कि डाईबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो कभी ठीक नहीं होती। लेकिन ऐसा नहीं है, योग और प्राणायाम से इस बीमारी का इलाज भी संभव है। योग के नियमित अभ्यास से डाईबिटीज जैसी बीमारी से राहत पाई जा सकती है।
  • मन प्रसन्न- प्रतिदिन सुबह के समय योग करने से मन दिन भर प्रसन्न रहता है, साथ ही मानसिक शांति भी मिलती है। मानसिक रोगों को दूर कर प्रसन्न रहने के लिए यह एक बेहतरीन उपाय है।
  • आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी – योग से मस्तिष्क सक्रिय होता है और शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि होती है, जिससे व्यक्ति का मन किसी भी कार्य में व्यवस्थित रूप से लगा रहता है एवं उसके सभी काम समय पर होने से उसका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
    योग की सावधानियां –
  • योग सुबह या शाम के समय करना ज्यादा बेहतर होगा।
  • योग हमेशा खाली पेट करें।
  • योग अपने शरीर के हिसाब से करें। जो आसन आप कर सकते हैं वही आसन करें।
    योग का भविष्य –
    भारत के लिए बहुत गर्व की बात है की संपूर्ण विश्व में अंतराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जा रहा है। आज के समय में योग का उज्जवल भविष्य सामने है। वर्तमान में योग के प्रति लोगों की रुचि बढ़ती जा रही है, जिससे आने वाले समय में योग का स्तर और व्यापक होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। योग अब विदेशों में भी अपनाया जा चुका है जो यह दर्शाता है कि योग अब अंतराष्ट्रीय स्घ्तर विकसित हो चुका है।

(प्रस्तुति: नीरू भल्ला,योग प्रशिक्षिका)

Ad

सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -

👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें

👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें

हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440