क्या घर में कुत्ता-बिल्ली पालना शुभ होता है? जानिए वास्तु और शास्त्रों की राय

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समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। आजकल घरों में पालतू जानवर पालना आम बात हो गई है। लोग कुत्ते और बिल्लियों को परिवार के सदस्य की तरह प्यार करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हिंदू शास्त्रों और वास्तु शास्त्र के अनुसार पालतू जानवरों का हमारे जीवन पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है?

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कुत्ता – निष्ठा और सुरक्षा का प्रतीक
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुत्ता घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है। खासकर अगर वह काले रंग का हो तो यह शनि देव की कृपा का संकेत माना जाता है। कुत्ते को धर्म और निष्ठा का प्रतीक माना गया है। मान्यता है कि कुत्ता घर की बुरी ऊर्जा को पहचान लेता है और अपने मालिक को विपरीत परिस्थितियों से बचाने की शक्ति रखता है।

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बिल्ली – रहस्यमय पर शुभ संकेत
बिल्ली को लेकर लोगों में कई भ्रांतियां हैं, लेकिन वास्तव में कई संस्कृतियों में इसे शुभ माना गया है। वास्तु के अनुसार, सफेद बिल्ली घर में सुख-शांति और समृद्धि लाती है। खास बात यह है कि बिल्ली अनजानी ऊर्जा को महसूस कर लेती है और कई बार घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियों से बचाव करती है।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण क्या कहता है?
विज्ञान के अनुसार, पालतू जानवर तनाव कम करने में मदद करते हैं। वे अकेलेपन से जूझ रहे लोगों के लिए भावनात्मक सहारा बनते हैं। रिसर्च बताती है कि जिन घरों में पालतू जानवर होते हैं, वहां मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।

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ध्यान रखने योग्य बातें

  • पालतू जानवर की देखभाल सही तरीके से होनी चाहिए।
  • घर की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।
  • जानवरों को भी प्रेम और सम्मान देना जरूरी है।

निष्कर्ष
अगर पालतू जानवरों को प्रेम और जिम्मेदारी से पाला जाए, तो वे न सिर्फ शुभ होते हैं, बल्कि आपके जीवन में खुशियां और सकारात्मकता भी लाते हैं।

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