समाचार सच, हल्द्वानी। देशभर में बकरीद का त्योहार उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। बकरीद के त्योहार को कुर्बानी के दिन के रूप में भी याद किया जाता है। इस्लामिक कलेण्डर के मुताबिक रमजान के दो महीने बाद कुर्बानी का त्योहार बकरीद आता है। बकरीद की नमाज का लेकर मस्जिदों और ईदगाहों में प्रबंध किए गए थे। शहर में हर इबादतगाहो में नजाम का अलग-अलग वक्ता मुकर्रर किया गया। हल्द्वानी र्दइगाह में सुबह नौ बजे जामा मस्जिद के इमाम मौलाना मुफ्ती आजम कादरी ने नजाम अदा कराई। जामा मस्जिद बंजारान में मौलाना
अब्दुल कादिर ने पौने आठ बजे, सुनहरी मस्जिद में मौलाना निजामुद्दीन ने सुबह 7 बजे, नई बस्ती स्थित अबु हनीफा में सुबह 6.50 बजे, चिराग अली शाहा में मौलाना हयातउल्लाह ने सुबह पौने सात बजे, मस्जिद उस्मान गनी में सुबह 6 बजे, जुलाहान में मौलाना कमर ने सुबह 7.47 बजे, जलालशाह बाबा में सुबह 7 बजे, बड़ी मस्जिद में मौलाना अरशद हाश्मी ने सुबह 7 बजे, आस्ताना जहांगीरी में 7 बजे मुफ्ती मोहम्मद जाबिर ने, गफ्फारी मस्जिद में सुबह 7 बजे, मुफ्ती शाहिद रजा ने और ताज मस्जिद में सुबह पौने सात बजे नजाम अदा की गई। ईदगाहों और मस्जिदों में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने नजाम अदा कर मुल्क की सलामती व आपसी सौहार्द की दुआ मांगी। एक दूसरे के गले मिलकर मुबारकबाद दी। इसके बाद स्लाटर हाउस में बकरों की कुर्बानी दी गई। बकरीद की नजाम को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
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