समाचार सच, नयी टिहरी। उत्तराखंड के टिहरी जिले में बिजली विभाग की लापरवाही से उच्च क्षमता वाली बिजली की टूटी तार के चपेट में आने से एक गौ सेवक की मृत्यु हो गयी लेकिन ग्रामीणों की सतर्कता के कारण कई अन्य लोग तार की चपेट में आने से बालबाल बच गये।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिले के प्रतापनगर तहसील के गोलाणी गांव निवासी बीरसिंह शनिवार को गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर ओडागाड में अपनी गौशाला में गाय सेवा के लिए गये थे लेकिन रास्ते में भैंगा गांव से आ रही बिजली की लाइन के टूटे तार की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गयी।
बीरसिंह जब शाम के समय नही आए तो घर के लोगों ने उनकी खोज शुरू की। इसी बीच गांव के कई लोग उजाला लेकर गौशाला की तरफ गये।
संकरे रास्ते से होते हुए जब लोग गौशाला के नजदीक पहुंचे तो अचानक रास्ते में उन्हें श्री सिंह गिरे दिखायी दिए।
लोग उनको उठाने के लिए आगे बढते, इससे पहले किसी ने बिजली की कटी तार देख ली और श्री सिंह को उठाने के लिए आगे बढे व्यक्ति को जोर से पीछे खींच लिया।
इससे लोग पीछे की तरफ गिर गये जिससे कई ग्रामीणों की जान बच गयी।
ग्रामीणों ने सारे मामले की जानकारी पुलिस और बिजली विभाग के लम्बगांव कस्बे स्थित कर्मचारियों को दी लेकिन उन्होंने रात को आने से मना कर दिया।
ग्रामीण रातभर शव के नजदीक बैठे रहे। रविवार सुबह पुलिस और बिजली विभाग के कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे और शव से बिजली का तारों से अलग किया।
शव को पोस्टमार्टम के लिए नयी टिहरी के बौराड़ी जिला अस्पताल ले जाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि मौत की वजह बिजली विभाग की लापरवाही है
इसलिए गरीब परिवार को मूवाबज देना चाहिए। कुछ ग्रामीण शव के साथ प्रदर्शन की धमकी भी दे रहे हैं।
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