आयुर्वेद में सुहागा को टंकण भस्म के नाम से जाना है, यह एंकीऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है

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Suhaga is known as Tankan Bhasma in Ayurveda, it is rich in antioxidants, anti-inflammatory, anti-bacterial properties

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समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। सुहागा एक आयुर्वेदिक औषधि है (Suhaga is an Ayurvedic medicine)। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। आयुर्वेद में सुहागा को टंकण भस्म के नाम से जाना है। यह एंकीऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर (Rich in antioxidants, anti-inflammatory, anti-bacterial properties) होता है, जो शरीर की सूजन को कम करने में प्रभावी है। गाजियाबाद स्वर्ण जयंती के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर राहुल चतुर्वेदी का कहना है कि सुहागा की तासीर गर्म होती (The effect of Suhaga is hot) है, जो आपके शरीर से बलगम को पिघलाकर इसे बाहर निकालने में बहुत फायदेमंद हो सकती है।

आयुर्वेदाचार्य का कहना है कि आयुर्वेद में सुहागा का इस्तेमाल प्राचीन काल से किया जा रहा है, जो आयुर्वेदिक दवाओं में कंपोनेंट के रूप में इस्तेमाल किया (Used as a component in Ayurvedic medicines) जाता है। इसका इस्तेमाल टूथपेस्ट और साबुन को बनाने के लिए भी किया जाता है। आइए जानते हैं सुहागा से सेहत को होने वाले फायदों के बारे में-

सुहागा के फायदे
आयुर्वेद में सुहागा का इस्तेमाल मुंह के छाले, आंखों का संक्रमम, यूरिन इन्फेक्शन जैसी परेशानियों को कम करने के लिए किया जाता है। आइए जानते हैं इसके फायदों के बारे में-

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आंखों की परेशानियां करे कम
आंखों की परेशानियों को कम करने के लिए सुहागा का इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल आंखों की सूजन, आंखों की लालिमा इत्यादि को शांत करने के लिए किया जाता है।

मुंह के छालों को करे कम
मुंह के छालों की परेशानी को कम करने के लिए सुहागा का प्रयोग किया जाता है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल प्राथमिक उपचार के रूप में किया जाता है। यह मुंह के छालों को ठीक करने के साथ-साथ गले और मसूड़ों की सूजन को भी कम कर सकता है।

छाती का बलगम
फेफड़ों में जमा कफ को बाहर निकालने में सुहागा आपकी मदद कर सकता है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई तरह की जड़ी-बूटियों के साथ मिक्स करके किया जाता है, जो छाती की बलगम को दूर करता है। साथ ही आपके शरीर को अंदरुनी रूप से मजबूत कर सकता है।

यूरिन इन्फेक्शन से छुटकारा
आयुर्वेद में यूरिन इन्फेकशन की परेशानी को दूर करने के लिए सुहागा का इस्तेमाल किया जा सकता है। सुहागा बीमारियों से लड़ने और संक्रमण की परेशानी को कम करने में प्रभावी होता है।

पीरियड्स में होने वाली समस्याओं राहत
महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्याओं को कम करने में सुहागा फायदेमंद हो सकती है। इसके अलावा पेट में दर्द, ऐंठन, डिसमेनोरिया और एनीमिया की परेशानी को कम करने के लिए यह फायदेमंद होती है। यह पीसीओएस की समस्या से राहत दिला सकता है।

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डैंड्रफ का करे इलाज
डैंड्रफ का इलाज करने के लिए भी सुहागा का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह स्कैल्प पर होने वाले संक्रमण और सूजन को कम कर सकता है, जिससे डैंड्रफ की परेशानी दूर हो सकती है।

कैसे करें सुहागा का इस्तेमाल

  • डैंड्रफ की परेशानी को दूर करने के लिए सुहागा को नारियल तेल या सरसों के तेल में मिक्स करके सिर पर लगाया जा सकता है। यह
  • स्किन संबंधी परेशानियों को कम करने के लिए सुहागा का इस्तेमाल नीम के रस के साथ मिक्स करके प्रभावित हिस्से पर लगाएं। करीब 10 से 15 मिनट बाद इसे धो लें। इससे स्किन की समस्या कम होती है।
  • आयुर्वेद में सुहागा का इस्तेमाल कई तरह की जड़ी-बूूटियों के साथ मिक्स करके किया जाता है। ऐसे में इसका सेवन बिना डॉक्टर सलाह के न करें।

नोट – सुहागा स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। हालांकि, इसका सेवन डॉक्टर या फिर आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की सलाह पर ही करें। अगर आप बिना डॉक्टरी सलाह के इसका सेवन करते हैं तो इससे शरीर को कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।

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