समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। नवरात्रि के नवें दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। यह नवरात्रि का अंतिम दिन होता है और यह दिन बहुत ही विशेष और शुभ माना जाता है। माँ सिद्धिदात्री कौन हैं?सिद्धिदात्री नाम का अर्थ…

समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। नवरात्रि के नवें दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। यह नवरात्रि का अंतिम दिन होता है और यह दिन बहुत ही विशेष और शुभ माना जाता है। माँ सिद्धिदात्री कौन हैं?सिद्धिदात्री नाम का अर्थ…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। अष्टमी तिथि, विशेष रूप से नवरात्रि की दुर्गाष्टमी, देवी दुर्गा की उपासना के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है। इस दिन माता दुर्गा के महागौरी स्वरूप की पूजा की जाती है, जो शांति, सौंदर्य और करुणा…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। नवरात्रि के सातवें दिन माँ दुर्गा के सातवें स्वरूप माँ कालरात्रि की पूजा की जाती है। माँ कालरात्रि को देवी दुर्गा का सबसे उग्र और शक्तिशाली रूप माना जाता है। इनका रंग काला होता है, बाल…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। मां दुर्गा का छठा स्वरुप है मां कात्यायनी, नवरात्रि के छठे दिन इन्ही की पूजा की जाती है। मां कात्यायनी का जन्म ऋषि कात्यायन के घर हुआ था इसलिए इनका नाम कात्यायनी पड़ा। मां कात्यायनी की…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। नवरात्रि के नौ दिनों में देवी दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। इस श्रृंखला में पांचवें दिन मां स्कंदमाता की आराधना का विशेष महत्व होता है। शास्त्रों के अनुसार, स्कंदमाता भगवान कार्तिकेय (स्कंद)…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। नवरात्रि के चौथे दिन माँ कूष्मांडा की पूजा की जाती है। यह देवी आदिशक्ति के अष्टम स्वरूपों में से एक हैं और इन्हें ब्रह्मांड की रचना करने वाली देवी के रूप में जाना जाता है। संस्कृत…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरूप की पूजा की जाती है। मां चंद्रघंटा को शक्ति और सौम्यता का प्रतीक माना जाता है। इनका स्वरूप अति दिव्य और तेजस्वी है। इनके माथे पर…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। नवरात्रि के पवित्र दिनों में सच्ची आस्था से माता दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त होते है। सनातन धर्म में इन दिनों को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। नवरात्रि के दौरान…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। नवरात्रि के दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। यह स्वरूप तपस्या, संयम और ज्ञान का प्रतीक है। देवी ब्रह्मचारिणी की उपासना से साधक को आत्मसंयम, धैर्य और जीवन में सफलता प्राप्त होती है।…