समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। पितृ पक्ष की द्वादशी तिथि में उन पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है, जिनका निधन द्वादशी तिथि में हुआ हो। शास्त्रों के अनुसार, जो लोग मृत्यु से पूर्व सन्यास ग्रहण कर लेते हैं, उनके श्राद्ध के…

समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। पितृ पक्ष की द्वादशी तिथि में उन पूर्वजों का श्राद्ध किया जाता है, जिनका निधन द्वादशी तिथि में हुआ हो। शास्त्रों के अनुसार, जो लोग मृत्यु से पूर्व सन्यास ग्रहण कर लेते हैं, उनके श्राद्ध के…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्म कुंडली का नवम भाव (नवां घर) न केवल धर्म और भाग्य का सूचक होता है, बल्कि यह पूर्वजों की कृपा और उनसे जुड़ी इच्छाओं का प्रतिनिधित्व भी करता है। अगर इस…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। सनातन धर्म में सर्वपितृ अमावस्या का विशेष महत्व है। यह दिन पितृ पक्ष की अंतिम तिथि होती है और इसे सर्वपितृ अमावस्या कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन तर्पण, श्राद्ध और दान करने से…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। यह श्राद्ध माताओं, दादी, परदादी और परिवार की अन्य दिवंगत विवाहित महिलाओं को समर्पित है। इस दिन श्राद्ध करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और पितरों का आशीर्वाद मिलता है। धार्मिक मान्यतानुसार कुतुप काल…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। इस समय पितृपक्ष चल रहा है। पितृपक्ष में पूर्वजों के निमित्त तर्पण और श्राद्ध करने का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि श्राद्ध पक्ष में श्रद्धापूर्वक किए गए कर्म से पूर्वज प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। पितृ पक्ष वह पवित्र पखवाड़ा है जब हम अपने पूर्वजों को याद करते हैं। वर्ष 2025 में पितृ पक्ष 7 सितंबर से 21 सितंबर तक मनाया जाएगा। माना जाता है कि इस समय पूर्वजों को जल,…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, 10 सितंबर की शाम 6 बजे तक आश्विन कृष्ण तृतीया तिथि रहेगी, इस वजह से इस दिन तृतीया तिथि के श्राद्ध कर्म किए जाएंगे। शाम 6 बजे के…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। आज उन लोगों के लिए श्राद्ध कर्म किए जाएंगे, जिनकी मृत्यु पूर्णिमा तिथि पर हुई थी। कल यानी 8 सितंबर को पितृ पक्ष की प्रतिपदा तिथि है, पितृ पक्ष 21 सितंबर तक चलेगा। इन दिनों में…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। यह 15 दिनों की वह अवधि है जब हम अपने दिवंगत पूर्वजों को याद करते हैं और उनके प्रति सम्मान व्यक्त करते हैं। ऐसी मान्यता है कि…