समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। श्राद्ध पक्ष में अष्टमी तिथि का श्राद्ध उन पूर्वजों के लिए किया जाता है, जिनका निधन अष्टमी तिथि को हुआ था। इस दिन विधिवत श्राद्ध कर्म करने से पितरों को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद…

समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। श्राद्ध पक्ष में अष्टमी तिथि का श्राद्ध उन पूर्वजों के लिए किया जाता है, जिनका निधन अष्टमी तिथि को हुआ था। इस दिन विधिवत श्राद्ध कर्म करने से पितरों को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। इस समय पितृपक्ष चल रहा है। पितृपक्ष में पूर्वजों के निमित्त तर्पण और श्राद्ध करने का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि श्राद्ध पक्ष में श्रद्धापूर्वक किए गए कर्म से पूर्वज प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। शारदीय नवरात्र इस साल 22 सितंबर से शुरू हो रहे हैं। इस दिन कलश स्थापना होगी। इस बार शारदीय नवरात्र बहुत ही फलदायी रहेंगेए क्योंकि इन नवरात्र पर उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का संयोग बन रहा हैए इसके…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। पितृ पक्ष वह पवित्र पखवाड़ा है जब हम अपने पूर्वजों को याद करते हैं। वर्ष 2025 में पितृ पक्ष 7 सितंबर से 21 सितंबर तक मनाया जाएगा। माना जाता है कि इस समय पूर्वजों को जल,…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। आज़ दिनांक १० सितम्बर २०२५ बुधवार का पंचांग श्रीसंवत २०८२ श्रीशाके १९४७ श्री सूर्य दक्षिणायन वर्षाऋतु सिंहार्क २५ गते भाद्रपद मास चान्द्रमास से आश्विन कृष्ण तृतीया तिथि १२/३८ बजे तक तत्पश्चात चतुर्थी तिथि बुधवार सूर्याेदय ५/५७…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, 10 सितंबर की शाम 6 बजे तक आश्विन कृष्ण तृतीया तिथि रहेगी, इस वजह से इस दिन तृतीया तिथि के श्राद्ध कर्म किए जाएंगे। शाम 6 बजे के…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। आज़ दिनांक ९ सितम्बर २०२५ मंगलवार का पंचांग श्रीसंवत २०८२ श्रीशाके १९४७ श्री सूर्य दक्षिणायन वर्षाऋतु सिंहार्क २४ गते भाद्रपद मास चान्द्रमास से आश्विन कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि मंगलवार सूर्याेदय ५/५७ बजे सूर्यास्त ६/२० बजे राहु…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। आज उन लोगों के लिए श्राद्ध कर्म किए जाएंगे, जिनकी मृत्यु पूर्णिमा तिथि पर हुई थी। कल यानी 8 सितंबर को पितृ पक्ष की प्रतिपदा तिथि है, पितृ पक्ष 21 सितंबर तक चलेगा। इन दिनों में…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व है। यह 15 दिनों की वह अवधि है जब हम अपने दिवंगत पूर्वजों को याद करते हैं और उनके प्रति सम्मान व्यक्त करते हैं। ऐसी मान्यता है कि…