समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। धर्म ग्रंथों के अनुसार, विधि-विधान पूर्वक श्राद्ध करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। वर्तमान समय में देखा जाए तो विधिपूर्वक श्राद्ध कर्म करने में धन की आवश्यकता होती है। पैसा न होने पर…

समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। धर्म ग्रंथों के अनुसार, विधि-विधान पूर्वक श्राद्ध करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। वर्तमान समय में देखा जाए तो विधिपूर्वक श्राद्ध कर्म करने में धन की आवश्यकता होती है। पैसा न होने पर…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। पितृ पक्ष, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह पूर्वजों को याद करने के रूप में मनाया जाता है। इसे मनाने के लिए 15 दिनों का समय होता है जो भाद्रपद माह की पूर्णिमा से…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। शास्त्रानुसार विष्णु को स्तुति, देवी को अर्चन, सूर्य को अर्घ्य एवं पितरों को तर्पण अतिशय प्रिय है। इसलिए श्राद्ध पक्ष में ‘कुतप’ काल में नित्य तर्पण करें। तर्पण सदैव काले तिल, दूध, पुष्प, कुश, तुलसी, नर्मदा/गंगाजल…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। 16 दिनों तक चलते वाले इस सोलह श्राद्ध में पितरों की शांति और मुक्ति के लिए तर्पण और पिंडदान किया जाता है। 01 अक्टूबर को श्राद्ध का तीसरा दिन रहेगा। यानी तृतीया का श्राद्ध रखा जाएगा।…
Shraddha Paksha 2023: What should be said while offering Tarpan i.e. water to ancestors? समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। 29 सितंबर 2023 शुक्रवार से 16 श्राद्ध पितृ पक्ष प्रारंभ हो रहा है। इस दौरान पितरों की मुक्ति तर्पण और पिंडादान किया…
समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार श्राद्ध पक्ष/ पितृ पक्ष प्रतिवर्ष भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से प्रारंभ होता है। और आश्विन मास की अमावस्या पर इसका समापन होता है। अतः श्राद्ध पक्ष को 16 श्राद्ध भी कहा…