हल्द्वानी के छड़ायल में श्रीमद् भागवत कथा का तीसरा दिनः भक्तिमय माहौल में श्रीकृष्ण के बाल लीलाओं का वर्णन

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समाचार सच, हल्द्वानी। यहां छड़ायल में जोशी परिवारजनों द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन का आज कथा वाचक आचार्य डॉ0 मनोज पाण्डेय ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया, जिससे श्रद्धालु भावविभोर हो गए। कथा में विशेष रूप से पूतना वध, शकटासुर का उद्धार, और माखन चोरी जैसी लीलाओं का जिक्र किया गया, जिनसे भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप की लीलाओं का महत्व उजागर हुआ।

व्यास जी ने बताया कि इन लीलाओं का संदेश यह है कि जीवन में नकारात्मकता का अंत प्रेम और भक्ति से होता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने बाल रूप में भी सभी दुष्ट शक्तियों का नाश किया और भक्तों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया।
श्रद्धालुओं ने भगवान की बाल लीलाओं का श्रवण करते हुए भजन-कीर्तन में हिस्सा लिया, जिससे कथा स्थल का माहौल अत्यंत आनंदमय हो गया।

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मुख्य आगन्तुक: संस्कृत नैनीताल सहायक निदेशक जशोदा प्रसाद सिमलटी, संस्कृत विद्यालय रामनगर प्राचार्य डा देवेन्द्र प्रसाद हरबोला, हरिप्रिया माई, डा नारायण दत्त जोशी, प्रोफेसर अतुल जोशी।
आयोजक मण्डलः मुख्य रूप से श्रीमती नन्दी जोशी, श्री महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय प्राचार्य डा नवीन चन्द्र जोशी, गोविन्द बल्लभ जोशी, शेaखर चन्द्र जोशी, हेम चन्द्र जोशी, सतीश चन्द्र जोशी आदि।
इस अवसर पर मुख्य रूप से आचार्य डा भुवन चंद्र त्रिपाठी, डा चन्द्र बल्लभ बेलवाल, उमाशंकर तिवारी, नारायण दत्त सुयाल, शशिभूषण पाण्डेय, प्रकाश जोशी सहित भारी संख्या में भक्त श्रद्धालुजन मौजूद रहे।

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