समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। ऐसा माना जाता है की हिंदू सनातन धर्म में हनुमान जी ऐसे देवता है। जो इस लोक में साक्षात हैं। अर्थात हनुमान जी ऐसे देव माने जाते हैं। जो हमारे बीच पृथ्वीलोक में मौजूद हैं। हनुमान जी एक ऐसे देव है। जो जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं. और भक्तो की मनोकामना जल्दी पूर्ण करते हैं।


हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए भक्त हनुमान अष्टक का पाठ तथा हनुमान चालीसा आदि करते हैं। लेकिन काफी लोगो यह नहीं पता होता है। की हनुमान अष्टक का पाठ कब करना चाहिए। तथा हनुमान चालीसा कितनी बार करनी चाहिए।
हनुमान अष्टक का पाठ कब करना चाहिए तथा हनुमान चालीसा का पाठ कितनी बार करना चाहिए। इसके अलावा हनुमान अष्टक पाठ के फायदे भी आपको बताएगे।
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।
हनुमान अष्टक का पाठ कब करना चाहिए
हिंदू धर्म में हनुमान जी का दिन मंगलवार माना जाता हैं। इस दिन हनुमान जी के सभी भक्त हनुमान जी की पूजा-अर्चना करते हैं। अगर आप हनुमान अष्टक का पाठ करना चाहते हैं. तो मंगलवार के दिन हनुमान अष्टक का पाठ कर सकते हैं। क्योंकि यह दिन हनुमान जी का दिन होता हैं। और इस दिन हनुमान अष्टक का पाठ किसी भक्त के द्वारा किया जाए। तो हनुमान जी प्रसन्न हो जाते हैं। और आपके सभी संकट का हरण कर लेते हैं। इससे आपकी सभी प्रकार की इच्छा पूर्ण हो जाती हैं। इसलिए तमाम प्रकार की इच्छा पूर्ति के लिए मंगलवार के दिन हनुमान अष्टक का पाठ करे। तथा हनुमान जी की पूजा-अर्चना करे।
हनुमान चालीसा का पाठ कितनी बार करना चाहिए
वैसे तो आप हनुमान चालीसा का पाठ 3 से लेकर 108 बार कर सकते हैं। लेकिन अगर आप अपनी इच्छा अनुसार करना चाहे तो कर सकते हैं। इसके अलावा आप 100 बार हनुमान चालीसा का पाठ करते है। तो सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती हैं। तथा सुख की प्राप्ति होती हैं।
यह बात हनुमान चालीसा में भी लिखी हुई हैं कि “जो सत बार पाठ करे कोई छुटहि बंदी महा सुख हुई”. यहाँ सत का मतलब 100 बार होता हैं। इसलिए आप सभी प्रकार के पापों से मुक्ति के लिए हनुमान चालीसा का पाठ 100 बार कर सकते हैं।


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