5 मई को रखा जाएगा वैशाख पूर्णिमा का व्रत, 5 मई को मनाया जायेगा बुद्ध भगवान का जन्मोत्सव

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बुद्ध पूर्णिमा पर बन रहे महासंयोग: डॉ0 आचार्य सुशांत राज

समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। (देहरादून)। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुये बताया की वैशाख पूर्णिमा का व्रत 5 मई 2023 को रखा जाएगा। इस साल वैशाख पूर्णिमा बहुत खास है क्योंकि इसी दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लग रहा है, लेकिन ये ग्रहण उपछाया होने की वजह से इसकी धार्मिक मान्यता नहीं रहेगी। वैशाख पूर्णिमा पर भगवान विष्णु के कूर्म और बुद्ध अवतार की पूजा का विधान है। इस दिन बुद्ध जयंती और बुद्ध पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। स्नान-दान, लक्ष्मी और श्रीकृष्ण की पूजा के लिए ये दिन बहुत पवित्र और शुभफलदायी माना गया है। मान्यता है कि पूर्णिमा की रात चंद्रमा की छाया में रहने से आरोग्य की प्राप्ति होती है।

वैशाख शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा यानी बुद्ध भगवान का जन्मोत्सव भारत के साथ-साथ विश्व भर में मनाया जाता है। बौद्ध धर्म से जुड़े लोग भगवान बुद्ध का जन्म दिवस बहुत उत्साह से मनाते हैं। मान्यता है कि इसी दिन बुद्ध भगवान का जन्म हुआ था और इसी दिन उन्हें ज्ञान की भी प्राप्ति हुई थी। पंचांग के अनुसार साल 2023 में 5 मई को बुद्ध पूर्णिमा पर महासंयोग बन रहा है, जिस कारण लोगों को कई लाभ होने वाले हैं। बुद्ध पूर्णिमा पर बनने वाला महासंयोग करीब 130 साल बाद बन रहा है, जिसमें लोगों द्वारा गंगा स्नान करने, पूजा-पाठ, जप तप आदि करने से कई लाभ होंगे। बुद्ध पूर्णिमा पर बनने वाले महासंयोग से कुछ राशियों के जातकों को लाभ भी होगा, तो बाकी राशियों के जातकों को कर्म के आधार पर फल मिलने की धार्मिक मान्यता बताई जा रही है।

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बुद्ध पूर्णिमा पर बन रहे महासंयोग के बारे में डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने बताया कि बुद्ध पूर्णिमा पर महात्मा बुद्ध का जन्म हुआ था। महात्मा बुद्ध ज्ञान और अध्यात्म के सबसे बड़े अवतार हैं। महात्मा बुद्ध नारायण के अवतार थे, जिन्होंने मानव कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। वैशाख शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को नारायण का कुर्मावतार भी हुआ था, इसीलिए बुद्ध पूर्णिमा पर कुर्मावतार संयोग बन रहा है। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज का कहना हैं कि बुद्ध पूर्णिमा पर इस बार सिद्धि योग भी बन रहा है। सिद्धि योग में किए गए पुण्य कार्याे का हजार गुना फल लोगों को मिलेगा। किसी विशेष दिन सिद्धि योग बनने का विशेष महत्व होता है। बुद्ध पूर्णिमा तुला राशि में होगी।

पूर्णिमा पर तुला राशि के जातकों को काफी लाभ होगा। वहीं सिंह, मेष, कुंभ और मकर राशि के जातकों की भी लाभ होगा, जबकि अन्य राशियों के जातकों को कर्म के आधार पर फल प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि बुद्ध पूर्णिमा पर सभी राशि के लोग अगर अध्यात्म ज्ञान से जुड़ेंगे, तो उन पर भगवान की असीम कृपा बनी रहेगी। इस दिन बनने वाले महासंयोग से सनातन धर्म का उत्थान होगा। बुद्ध पूर्णिमा पर सिद्धि योग में किए गए पुण्य कार्य का फल अगले जन्म में भी व्यक्ति को मिलता है। वहीं संयोग से बुद्ध पूर्णिमा पर स्वाति नक्षत्र भी है। स्वाति नक्षत्र सभी नक्षत्रों में विशेष माना जाता है। इस नक्षत्र में किए गए कार्याे का विशेष फल व्यक्ति को मिलता है। इस नक्षत्र में आकाश से समुद्र में गिरने वाली बूंदों का ही मोती बनता है। साथ ही इस दिन शुक्रवार होने से इस इसका कई गुना फल प्राप्त होगा, क्योंकि शुक्रवार के दिन महालक्ष्मी के निमित्त पूजा पाठ करने, दीपक जलाने या महालक्ष्मी अनुष्ठान करने से महालक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहेगी। शुक्रवार महालक्ष्मी का दिन होता है, इसीलिए इस दिन महालक्ष्मी के निमित्त कार्य करने से उन पर महालक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

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वैशाख पूर्णिमा 2023 मुहूर्त –
वैशाख पूर्णिमा तिथि शुरू – 04 मई 2023, रात 11 बजकर 34
वैशाख पूर्णिमा तिथि समाप्त – 05 मई 2023, रात 11 बजकर 03
स्नान मुहूर्त – सुबह 04.12 – सुबह 04.55

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