वास्तु टिप्स: किचन में रखे टूटे बर्तनों से बिगड़ सकती है आपकी किस्मत

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समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें दो वक़्त की रोटी कमाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है, वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनकी किस्मत में राज योग होता है। हालांकि सभी के जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो परेशानियों को खुद ही न्यौता देते हैं।
-अपनी छोटी छोटी गलतियों की वजह से ये अपने जीवन को नर्क बना बैठते हैं। जी हां यहां हम वास्तु दोष की बात कर रहे हैं। एक ऐसा वास्तु दोष जिसे अक्सर हम जाने अंजाने नज़रंदाज कर देते हैं।
-क्या आप जानते हैं कि किचन में रखे बर्तनों से भी हमारी किस्मत बनती बिगड़ती है? अगर नहीं तो आइए हम आपको इससे जुड़ी जानकारी विस्तार से देते हैं।
हमेशा ऐसे करें भोजन
-भारत में अन्न को देवी माना जाता है इसलिए भोजन करने से पहले हमें अपने हाथ पैर अच्छी तरह धो लेने चाहिए। इसके बाद ईश्वर से सुख और समृद्धि के लिए प्रार्थना कर ही भोजन ग्रहण करना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार हाथ पैर धोकर खाने से व्यक्ति की उम्र बढ़ती है।
कभी न खाएं टूटे बर्तनों में
अक्सर हमारे किचन में कुछ ऐसे बर्तन होते हैं जिनमें दरार पड़ी होती है या फिर वो टूटे होते हैं। वास्तु शास्त्र में ऐसे बर्तनों में भोजन करना बेहद अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि ऐसे बर्तन में खाने से भाग्य कमजोर होता है, साथ ही देवी लक्ष्मी रूठ जाती हैं।
-पैसों की कमी रहती है, घर की शांति भंग हो जाती है और हमेशा कलह होता है।
-इसके अलावा मनुष्य का स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। अगर आपके घर के किचन में भी टूटे बर्तन हैं तो आप आज ही उन्हें हटा दें।

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वास्तु के हिसाब से माना जाता है कि खाने के बर्तन बिल्कुल भी खराब नही होने चाहिए। यदि किसी बर्तन में खरोच आ जाए तो उसे इस्तेमाल नही करना चाहिए।
-कई बार घर में टूटे-फूटे बर्तनों को संभाल के स्टोर रूम में रख दिया जाता है। ऐसा करना वास्तु की नजर से बहुत खराब है और आपके बुरे समय को बुलावा देने के समान है।
-टूटे बर्तन दरिद्ररता कि निशानी होती है। ये की तरह के आर्थिक संकट को बुलावा देते हैं।
-टूटे-फूटे तथा खंडित चीनी मिट्टी के बर्तन राहू का प्रतीक हैं।
-जो व्यक्ति टूटे-फूटे बर्तनों में खाना खाता है उससे धन की देवी लक्ष्मी रूठ जाती हैं और उसके घर में अलक्ष्मी अर्थात दरिद्रता का निवास होता है।
-टूटे बर्तन में खाना खाने से हमारी जीवनशैली नकारात्मक बनती है। जिस तरह के बर्तनों में हम भोजन करते हैं हमारा स्वभाव और स्वास्थ्य भी वैसा ही बन जाता है।
साफ बर्तन में खानें के फायदे
-साफ बर्तनों में भोजन करें। इससे आपके विचार भी शुद्ध होंगे और सकारात्मक ऊर्जा का शुभ प्रभाव आप पर पड़ेगा।
-अगर आप सक्ष्म हैं तो वास्घ्तु के अनुसार चांदी के बर्तनों में भोजन करना तन, मन और धन के लिए अनुकूल माना गया है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है जिससे शरीर की गर्मी का नाश होता है।
-सोने के बर्तनों में भोजन करने से शरीर ठोस, सशक्त और पराक्रमी बनता है। पुरूषों के लिए सोने के बर्तनों में भोजन करना लाभदायक माना गया है।

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