समाचार सच, जिरीबाम/दिल्ली (एजेंसी)। मणिपुर में हिंसा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला जिरीबाम के बोरोबेकरा इलाके से सामने आया है, जहां सोमवार को हथियारबंद कुकी उग्रवादियों ने बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन और पास स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हमला कर दिया। हमले के दौरान उग्रवादियों ने कई घरों और दुकानों में आग लगा दी। जवाबी कार्रवाई में सीआरपीएफ ने दस कुकी उग्रवादियों को मार गिराया। इस झड़प में सीआरपीएफ कांस्टेबल संजीव कुमार घायल हो गए, जिनका इलाज जारी है।
कर्फ्यू लागू, कुकी-जो काउंसिल ने बंद का ऐलान
इस हिंसा के बाद कुकी-जो काउंसिल ने मंगलवार सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक पूर्ण बंद का ऐलान किया है और न्याय एवं जांच की मांग की है। जिरीबाम में स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया है।
भारी गोलीबारी के बाद जब्त किए हथियार और गोला-बारूद
पुलिस के अनुसार, करीब 40-45 मिनट तक गोलीबारी के बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका। गोलीबारी रुकने के बाद तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें 10 उग्रवादियों के शव बरामद हुए। पुलिस ने मौके से 3 एकेएस, 4 एसएलआरएस, 2 इंसास, 1 आरपीजी, 1 पंप एक्शन गन, बीपी हेलमेट और मैगजीन समेत अन्य हथियार और गोला-बारूद जब्त किया है। इस घटना को लेकर पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सूत्रों से पता चला है कि मारे गए उग्रवादियों की संख्या 11 हो सकती है।
मणिपुर में हिंसा की पृष्ठभूमि
मणिपुर पुलिस का कहना है कि बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत जकुराधोर और आसपास के इलाकों में सशस्त्र उग्रवादियों के खिलाफ अभियान जारी है। गौरतलब है कि पिछले साल 3 मई को अखिल आदिवासी छात्र संघ (एटीएसयू) द्वारा मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति श्रेणी में शामिल करने के विरोध में आयोजित रैली के बाद राज्य में हिंसा भड़क उठी थी।
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