समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। देशभर में डेंगू बुखार के मामले अचानक बढ़ने लगे हैं। इसकी एक बड़ी वजह देश कई हिस्सों में हो रही बारिश और मौसम में बदलाव भी माना जा रहा है। दिल्ली, बिहार, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल तक लगभग आधे राज्यों में डेंगू के मामले देखने को मिल रहे हैं। चिंता की बात यह है कि बच्चे की डेंगू बुखार की चपेट में आ रहे हैं। मरीजों को 104 डिग्री सेल्सियस तक तेज बुखार का सामना करना पड़ रहा है।
डेंगू बुखार एक वायरल बुखार है जो डेंगू वायरस के कारण होता है। डेंगू बुखार को आमतौर मच्छर के काटने से होता है लेकिन पीड़ित व्यक्ति से संपर्क में आने से भी फैल सकता है। डेंगू वायरस मच्छर के काटने के बाद व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है।
डेंगू बुखार के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, थकान, मुख्य और पीला हो जाना, आंखों के नीचे लाल दानों की दिखाई देने वाली खरोंच, पेट में दर्द, उल्टियां, डायरिया, और खून की कमी शामिल हो सकती हैं। नोएडा के ई-260 सेक्टर 27 स्थित ‘कपिल त्यागी आयुर्वेद क्लिनिक’ के डायरेक्टर कपिल त्यागी बता रहे हैं कि डेंगू बुखार के क्या-क्या लक्षण होते हैं और आप डेंगू बुखार के लिए घरेलू उपाय आजमा सकते हैं।
डेंगू बुखार के लक्षण
बुखार
डेंगू के प्रमुख लक्षण में से एक है जो अचानक तेजी से बढ़ सकता है। यह बुखार अक्सर 104 डिग्री फारेनहाइट क पहुंच सकता है और दिन में भी बढ़ सकता है।
सिरदर्द
डेंगू बुखार के साथ सिरदर्द भी हो सकता है, जो हल्के से तेज हो सकता है।
डायरिया और उल्टी
कुछ लोगों को डेंगू के साथ डायरिया और उल्टी की समस्या हो सकती है।
ज्यादा थकान
डेंगू बुखार के साथ अक्सर थकान और कमजोरी की समस्या हो सकती है।
आंखों में सूजन
डेंगू बुखार के कुछ मरीजों को आंखों में सूजन की समस्या हो सकती है।
सांस लेने में कठिनाई
डेंगू के कुछ मामलों में सांस लेने में कठिनाई हो सकती है, और यह गंभीर हो सकता है।
पेट में दर्द
कुछ मरीजों को पेट में दर्द की समस्या और बेचौनी हो सकती है।
स्किन रैश
डेंगू के कुछ मामलों में त्वचा पर लाल या पीली छाले या त्वचा खराब हो सकती है।
ब्लीडिंग डिसऑर्डर
डेंगू के कुछ मामलों में खून में कमी, नाक और मुंह से ब्लीडिंग होना आदि हो सकते हैं।
जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
डेंगू बुखार में आपको जोड़ों और मांसपेशियों में गंभीर दर्द और ऐंठन महसूस हो सकती है।
प्लेटलेट्स की कमी
डेंगू बुखार के दौरान कुछ मरीजों को प्लेटलेट्स की कमी हो सकती है, जिससे ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है और यह जानलेवा है।
घरेलू उपाय क्या करें –
हेल्दी डाइट लें
डेंगू में शरीर कमजोर होने लगता है और प्लेटलेट्स बढ़ने का खतरा भी होता है। यही वजह है कि इसमें हेल्दी डाइट लेते रहना जरूरी है। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, फल और सब्जियों का खूब सेवन करें और प्रोटीन वाली चीजों को डाइट में शामिल करें।
शरीर में न होने दें पानी की कमी
डेंगू बुखार होने पर शरीर में पानी की कमी हो सकती है। बुखार से जल्दी निपटने के लिए रोजाना खूब पानी पिएं। पानी के अलावा नारियल पानी, इलायची वाला पानी, छाछ और नींबू पानी का सेवन करें।
पपीता पत्तियों की चाय
पपीते के पत्तियों की चाय का सेवन डेंगू बुखार के लक्षणों को हलका करने में मदद कर सकता है। पपीते के पत्तियों को धोकर उन्हें पानी में उबालें, और फिर उनका पानी पिएं। ऐसा माना जाता है कि इससे प्लेटलेट्स काउंट बढ़ सकता है।
तुलसी के पत्ते
तुलसी की पत्तियों का सेवन बुखार के लक्षणों को कम कर सकता है। आप तुलसी की चाय पी सकते हैं। इसके अलावा तुलसी का काढ़ा बना सकते हैं। इससे बुखार के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।
सूखे खजूर और अदरक की चाय
सूखे खरजूर का सेवन भी डेंगू बुखार के लिए एक अच्छा उपाय हो सकता है। ये शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और थकान को कम कर सकते हैं। आदरक की चाय पीने से बुखार कम हो सकता है और पेट की समस्याओं को भी दूर कर सकता है।
कालमेघ
कालमेघ, जिसे एंड्रोग्राफिस पेनिकुलाटा के नाम से भी जाना जाता है, एक औषधीय जड़ी बूटी है जो कई प्रकार की बीमारियों में प्रभावी है। कालमेघ के अर्क में डेंगू वायरस से लड़ने की ताकत होती है। डेंगू के लक्षणों से राहत के लिए आप एक गिलास पानी के साथ कालमेघ का रस पी सकते हैं।
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