समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। प्रत्येक महीने में पूर्णिमा तिथि पड़ती है। इस महीने की पूर्णिमा को आश्विन पूर्णिमा के नाम मे जाना जाता है। उदया तिथि के मुताबिक, इस बार 17 अक्टूबर 2024 के दिन पूर्णिमा व्रत रखा जाएगा। इस दिन माता लक्ष्मी के विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। वहीं, इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है। तो चलिए जानते हैं पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
आश्विन पूर्णिमा पूजा विधि
- इस दिन पवित्र नदी में स्नान करें या घर पर पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं।
- भगवान श्री हरि विष्णु और मां लक्ष्मी का जलाभिषेक करें।
- माता का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें।
- इसके बाद माता लक्ष्मी को लाल चंदन, लाल रंग के फूल और श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
- मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें।
- अगर संभव हो को आप व्रत रखें और व्रत करने का संकल्प लें।
- आश्विन पूर्णिमा की व्रत कथा का पाठ करें।
- श्री लक्ष्मी सूक्तम का पाठ अवश्य करें।
- इसके बाद आप भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की आरती करें।
- माता को खीर का भोग लगाएं।
- चंद्रोदय के समय चंद्रमा के अर्घ्य दें।
- अंत में क्षमा प्रार्थना करें।
- इस मंत्र का उच्चारण करें- ऊँ श्रीं ह्मीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्मीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नमः
17 अक्टूबर को आश्विन पूर्णिमा व्रत
- पूर्णिमा तिथि प्रारंभ – 16 अक्टूबर 2024 को रात 8.40 बजे
- पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय – शाम 5.41 बजे
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें
👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें
हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440