अरबी के फायदे नुकसान और पोषक तत्व

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समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। अरबी जमीन के अन्दर उगने वाली पोषक तत्वों से भरपूर लाभदायक सब्जी है। अरबी के पत्तों में भी बहुत से पोषक तत्व होते हैं। इसके पत्ते बहुत बड़े और रेशेदार होते हैं। अरबी दुनिया भर में उपयोग में लाई जाती है। इससे कई प्रकार के व्यंजन बनाये जाते हैं। यह हजारों सालों से खाई जा रही है। यह एक ऐसी सब्जी है जो बाढ़ वाले इलाकों में भी उगाई जा सकती है। इसका विशेष प्रकार का डंठल पानी से भी पोषक तत्व अवशोषित कर सकता है।
अरबी के फायदे नुकसान
अरबी को उबालकर , भाप में पकाकर , भून कर या तल कर खाया जा सकता है। अरबी की सूखी सब्जी और दही वाली सब्जी बहुत लोकप्रिय हैं। इसे कई प्रकार के सूप और करी में भी डाला जाता है। अरबी के पत्तों से बने पकोड़े जिन्हे विशेष विधि से भाप में पकाकर बनाया जाता है, बहुत लोकप्रिय हैं और शौक से खाए जाते हैं।
अरबी या अरबी के पत्ते कच्ची अवस्था में खाने पर नुकसान दायक होते हैं। इनमे ओक्जेलेट की मात्रा ज्यादा होती है। अरबी के नुकसानदायक तत्व उसे पकाने से समाप्त हो जाते हैं।
अरबी के पोषक तत्व
इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं। यह विटामिन, खनिज, फाइबर और कार्बाेहाईड्रेट से भरपूर होती है। अरबी में विटामिन ए, सी, ई, बी6 तथा फोलेट प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसके अलावा इसमें मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, फास्फोरस, पोटेशियम, मैंगनीज तथा कॉपर आदि खनिज पाए जाते हैं। अन्य कई प्रकार के एंटी ऑक्सीडेंट भी इससे प्राप्त होते हैं।
अरबी के पत्तों में भी कई पोषक तत्व होते है। ये प्रोटीन , विटामिन ए, सी, बी6 , कॉपर , कैल्शियम , फोलेट आदि के अच्छे स्रोत होते हैं।
अरबी के फायदे –
पाचन तंत्र

अरबी फाइबर से भरपूर होती है। इसमें आलू से तीन गुना फाइबर होता है। इस वजह से पाचन तंत्र के लिए यह लाभदायक होती है। फाइबर आँतों की सफाई करके उनकी अवशोषण शक्ति बढ़ाते हैं। इसके अलावा पेट साफ होने से कब्ज या दस्त आदि की समस्या से बचाव होता है।
कैंसर से बचाव
अरबी से मिलने वाले विटामिन ए, सी तथा अन्य एंटी-ओक्सीडेंट प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। इसके अलावा शरीर में बनने वाले हानिकारक फ्री रेडिकल्स को नष्ट करके नुकसान से बचाते हैं। फ्री रेडिकल्स कैंसर होने की मुख्य वजह होते हैं।
डायबिटीज
फाइबर डायबिटीज से बचाने में मुख्य भूमिका निभाते हैं। इनसे इन्सुलिन तथा ग्लूकोज का स्तर सामान्य बने रहने में मदद मिलती है। ।तइप में पाया जाने वाला प्रचुर फाइबर डायबिटीज से बचाता है।
हृदय
हृदय के स्वस्थ रहने के लिए पोटेशियम एक महत्वपूर्ण खनिज है जो कि अरबी में अच्छी मात्रा में पाया जाता है। पोटेशियम रक्त शिराओं पर दबाव को कम करने में सहायक होता है। इससे ब्लड प्रेशर कम होता है जो की हृदय के लिए हितकारी होता है।
आँखें
अरबी में पाए जाने वाले कई प्रकार के एंटी-ओक्सीडेंट तथा विटामिन। आँखों के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। विटामिन ए की कमी के कारण बहुत से लोगों को आखों की कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
त्वचा
अरबी में पाए जाने वाले विटामिन ई तथा विटामिन ए त्वचा के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। इनसे कोशिकाएं स्वस्थ रहती है और त्वचा मुलायम और चमकदार बनती है। इसके अलावा यह झुर्रियों से भी बचाव करते हैं।
प्रतिरोधक क्षमता
अरबी में पाये जाने वाला विटामिन सी की भरपूर मात्रा के कारण यह प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा करती है। सफेद रक्त कण विटामिन सी की सहायता से बनते हैं जो बाहरी हमलों जैसे बेक्टीरिया, वायरस आदि से रक्षा करते हैं। इसके अलावा विटामिन सी एक ताकतवर एंटी-ओक्सीडेंट होने के कारण यह सर्दी जुकाम, फ्लू तथा अन्य कई बीमारियों से बचाता है।
खून की कमी
अरबी में आयरन और कॉपर दोनों पाए जाते हैं। ये दोनों खनिज लाल रक्त कण के निर्माण के लिए आवश्यक होते है। अतः अरबी के नियमित उपयोग से एनीमिया यानि खून की कमी से बचाव होता है। रक्त ही प्रत्येक अंग तक ऑक्सीजन पहुंचकर उन्हें स्वस्थ रखता है।
अरबी के नुकसान –
-अरबी या इसके पत्ते कम पके हुए रह जाये तो उसे खाने से इनमे पाए जाने वाले सुई जैसे आकार के कैल्शियम ओक्जेलेट के क्रिस्टल के कारण मुंह, जीभ, गले और पेट में काटें चुभते हुए महसूस हो सकते हैं जो बहुत तकलीफ देह हो सकता है।
-यदि कच्ची अरबी काट या छिल रहे हों तो ग्लब्स पहन लेना ठीक रहता है। बच्चों को इससे दूर रखें उनकी नाजुक त्वचा पर ओक्जेलेट के क्रिस्टल अधिक असर कर सकते हैं।
-अरबी अच्छे से पकी हुई ना हो तो इसे खाना गठिया या गुर्दे की पथरी का कारण बन सकता है।
-अरबी में कार्बाेहाईड्रेट की अधिक मात्रा होने के कारण केलोरी भी अधिक होती है अतः वजन कम करने की कोशिश कर रहे हो तो अरबी कम ही खाएं।
-किसी किसी को अरबी से एलर्जी हो सकती है ऐसे में इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।
-अस्थमा से पीड़ित लोगों को अरबी नहीं खानी चाहिए।

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  • वात से पीड़ित लोगों को अरबी का सेवन नहीं करना चाहिए।
    -अरबी में फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं, इससे कमजोर पाचन क्षमता वालों को गैस हो सकती है।
    -प्रसूता को अरबी के सेवन से वात विकार हो सकता है अतः नहीं लेनी चाहिये।
    -घुटने में दर्द और अर्थराइटिस से पीड़ित लोगों को अरबी नहीं खानी चाहिए।
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