समाचार सच, देहरादून। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आज अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट करते हुये लिखा हैं की कोविड उपनल कर्मचारियों के आंदोलन को डेढ़ महीना हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना काल में सेवा लेने के बाद कर्मचारियों को बेरोजगारी में धकेल दिया है। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कोविड महामारी के दौरान ‘कोरोना वारियर्स’ के तौर प्रदेश में अपनी सेवाएं दीं, उनको आज अपनी जायज़ मांगों के समर्थन में धरने पर बैठना पड़ रहा है। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर कहा था कि रिक्त पदों के सापेक्ष कर्मचारियों को समायोजित किया जाएगा। लेकिन आज तक समायोजन के संबंध में कोई भी शासनादेश जारी नहीं किया गया है। कोरोना महामारी की पहली, दूसरी और तीसरी लहर में उपनल, पीआरडी, एनएचएम, जेड सिक्योरिटी के माध्यम से रखा गया था। लेकिन 31 मार्च को 2186 कर्मचारियों की स्वास्थ्य कर्मियों के रूप में सेवाएं समाप्त कर दी गई। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के प्रसार की रोकथाम, बचाव और उपचार में तैनात 2186 संविदा कर्मचारियों को पुनः बहाली दी जाए।
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