गेहूं का आटा खाना स्वास्थ्य के लिए उचित नहीं होता है? चलिए जानते हैं इस बारे में

खबर शेयर करें

समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। भारत में अधिकांश घरों में रोजाना गेहूं के आटे से बनी रोटियां खाई जाती हैं। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि साल भर केवल गेहूं का आटा खाना स्वास्थ्य के लिए उचित नहीं हो सकता है? चलिए जानते हैं इस बारे में विशेषज्ञों का क्या कहना है।

गेहूं के आटे में पोषक तत्व, लेकिन नुकसान भी
गेहूं का आटा शरीर के लिए कुछ हद तक फायदेमंद होता है, लेकिन इसे लगातार खाना स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। गेहूं में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, लेकिन लंबे समय तक इसका सेवन शरीर में कई समस्याओं को जन्म दे सकता है।

ग्लूटेन का अधिक सेवन डायबिटीज का खतरा
ग्लूटेन एक प्रोटीन है जो गेहूं में पाया जाता है। अधिक ग्लूटेन का सेवन शरीर के लिए समस्याएँ पैदा कर सकता है, खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए। गेहूं के आटे का अत्यधिक सेवन रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।

यह भी पढ़ें -   दर्दनाक सड़क हादसे में गढ़वाल विवि के छात्र की मौत

पाचन संबंधित समस्याएं
गेहूं में मौजूद ग्लूटेन कई लोगों के पाचन तंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इससे पेट में गैस, सूजन और कब्ज जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यदि शरीर ग्लूटेन को सही तरीके से पचाने में असमर्थ है, तो यह पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकता है।

वजन बढ़ने और मोटापे का खतरा
गेहूं का आटा कार्बाेहाइड्रेट्स से भरपूर होता है, जो शरीर में कैलोरी का स्तर बढ़ा सकता है। लगातार गेहूं की रोटी खाने से वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है, जिससे मोटापे और इससे संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, यह ब्लड शुगर लेवल को भी प्रभावित कर सकता है।

कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर में असंतुलन
वजन बढ़ने के साथ-साथ, गेहूं का आटा कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर में असंतुलन भी पैदा कर सकता है। यह भविष्य में दिल की बीमारियों का कारण बन सकता है। लंबे समय तक गेहूं का आटा खाने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है, विशेष रूप से यदि व्यक्ति का आहार पहले से ही असंतुलित हो।

यह भी पढ़ें -   रुद्रपुर में बीएलके-मैक्स अस्पताल और बाठला अस्पताल ने शुरू की जॉइंट रिप्लेसमेंट ओपीडी सेवाएं

गेहूं के आटे के बेहतर विकल्प
अगर आप गेहूं के आटे का सेवन कम करना चाहते हैं तो गेहूं के आटे में चने का आटा, रागी, बाजरा, जौ और मक्का का आटा मिलाया जा सकता है। इन आटों में अधिक फाइबर और पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके अलावा, मिलेट्स भी एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं, क्योंकि ये शरीर के लिए हल्के होते हैं और पाचन में मदद करते हैं।

इसलिए, यदि आप अपनी सेहत का ख्याल रखना चाहते हैं, तो गेहूं के आटे का सेवन संतुलित रूप से करें और इसके साथ ही विविध आटे का सेवन करें। एक स्वस्थ आहार के लिए गेहूं के आटे के साथ अन्य आटे को मिलाकर खाना आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करेगा, जबकि आपको पाचन और वजन से जुड़ी समस्याओं से भी बचाए रखेगा।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad

सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -

👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें

👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें

हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440