मली के पत्तों जैसे नजर आने वाली सिरस औषधी से दांत दर्द, सिर दर्द, खांसी जैसी समस्याओं से पाएं निजात

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समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। सिरस एक पेड़ है जिसके फल, पत्ते, बीज, छाल में औषधी गुण होते हैं जिससे शरीर की कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है। सिरस औषधी के क्या लाभ हैं? सिरस के इस्तेमाल से सिर का दर्द, माइग्रेन, दांत का दर्द, खांसी, त्वचा संबंधी रोग, पीलिया, बवासीर आदि समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। सिरस के तने भूरे रंग के होते हैं और छाल खुरदरी होती है, बीज बाहर से भूरा होता है वहीं पत्ते दिखने में इमली के पत्तों जैसे नजर आते हैं। इस पेड़ पर उगने वाले फूल पीले और सफेद होते हैं। इस लेख में हम सिरस औषधी के फायदे और उसे इस्तेमाल करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।

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दांत का दर्द दूर करती है सिरस या शिरीष औषधी
अगर आपके दांत में दर्द है तो आप सिरस औषधी का लाभ उठा सकते हैं। सिरस के बीज से दर्द दूर हो जाता है। सिरस के बीजों का इस्तेमाल करने के लिए आप सिरस के बीजों को पीसकर पाउडर बना लें अब इसमें लौंग का तेल मिलाएं और उस दांत पर लगा लें जहां दर्द है, फिर 20 मिनट बाद कुल्ला कर लें। इससे दांत का दर्द ठीक हो जाएगा। आप सिरस के बीजों का पाउडर अपने टूथपेस्ट में मिलाकर भी लगा सकते हैं इससे दांतों में सड़न की समस्या नहीं होगी पर आपको पायरिया के लक्षण या मुंह या दांत से जुड़ी अन्य बीमारी के लक्षण नजर आते हैं तो डॉक्टर की सलाह पर इस नुस्खे को आजमाएं।

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सिर में दर्द हो तो इस्तेमाल करें सिरस औषधी

अगर आपके सघ्रि में दर्द या माइग्रेन जैसी बीमारी के लक्षण हैं तो आप सिरस पेड़ के फूलों का इस्घ्तेमाल कर सकते हैं। सिरस के ताजे फूलों की खुशबू से सघ्रि का दर्द ठीक होता है आपको केवल इस फूल को सूंघना है। फूल को सूंघने के लघ्एि आपको फूल को सीधे हाथ में लेने के बजाय ऐसे कंटेनर में पीसकर डाल दें जिसके ढक्कन में छेद हों फिर इसकी खुशबू लें या फघ्रि आप सिरस के फूलों को रूमाल में लपेटकर भी इसकी खुशबू ले सकते हैं।

स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर करे सिरस
आपके शरीर में खुजली होती है तो सिरस औषधी का इस्तेमाल कर सकते हैं। सिरस के बीज को पीस लें और इसमें एलोवेरा जेल मिलाकर त्वचा पर लगा लें तो इससे खुजली की समस्घ्या दूर हो जाएगी। सिरस के पत्तों को जली या कटी त्वचा पर लगाने से त्वचा में जलन कम होती है। सघ्रिस की छाल में भी औषधी गुण होते हैं, इसे पीसकर भी आप खुजली वाले हिस्से में लगाएंगे तो त्वचा को आराम मिलेगा। इसके अलावा कुछ लोग सिरस के फूलों के रस का सेवन भी करते हैं जिससे खून साफ होता है पर आप आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लिए बिना इसके रस को न पिएं। चेहरे पर दाग-धब्बे, मुंहासे को हटाने के लिए भी सिरस के फूलों का रस इस्तेमाल कर सकते हैं।

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खांसी होने पर इस्घ्तेमाल करें सिरस या शिरीष औषधी
खांसी की समस्या दूर करने के लिए आप सिरस के बीजों का काढ़ा बना लें, इस काढ़े को पीने से खांसी की समस्या दूर हो जाएगी। काढ़ा बनाने के लिए आपको सिरस के बीजों को पीसकर पाउडर बनाकर रख लेना है। अब आप दो गिलास पानी लें और इसमें काली मिर्च, शहद, सिरस के बीज का पाउडर डालकर उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो इसका सेवन करें। सिरस से खांसी की समस्या दूर होती है।

शरीर की कमजोरी दूर करती है सिरस की छाल
सिरस की छाल में भी औषधी गुण होते हैं। अगर आप शरीर की थकान या कमजोरी दूर करने के उपाय ढूंढ रहे हैं तो आप सिरस का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस पेड़ की छाल को पीस लें और पाउडर को घी में मिलाकर खाएं, इससे शरीर की कमजोरी दूर होगी। जिन लोगों को पीलिया के लक्षण नजर आते हैं उनके लिए सिरस फायदेमंद है। पीलिया होने पर सिरस की छाल का पानी पीना फायदेमंद होता है। सिरस की छाल को रातभर भिगोकर रख दें और सुबह उठकर खाली पेट छाल का पानी पी लें तो पीलिया रोग से छुटकारा पा सकते हैं।

कई लोगों को नैचुरल औषधी से एलर्जी हो सकती है इसलिए अपने आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करके ही किसी भी औषधी का इस्तेमाल करना चाहिए।

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