
-नशे की लत में फंसे युवाओं व परिजनों को दिए गए सुझाव
-मनोचिकित्सक व नशा मुक्ति केंद्र के एक्सपर्ट रहे मौजूद
-नशा छोड़ चुके लोगों ने बताएं नुकसान और दुष्प्रभाव

समाचार सच, हल्द्वानी। समाज में बढ़ रहे नशे के चलन और नशे से होने वाली आपराधिक घटनाओं को लेकर आईजी डॉ0 नीलेश आनंद भरणें तथा एसएसपी पंकज भट्ट ने फेसबुक संवाद किया। संवाद में मनोचिकित्सक, नशा मुक्ति केंद्र संचालक और नशा छोड़ चुके लोगों ने नुकसान और दुष्प्रभाव बताए। साथ ही संवाद में मनोचिकित्सक, नशा मुक्ति केंद्र संचालक और नशा छोड़ चुके लोगों ने नुकसान और दुष्प्रभाव बताए। (क्रमशः नीचे पढ़िए)
शनिवार शाम को पुलिस बहुद्देशीय भवन के सभागार में हुए फेसबुक संवाद में आईजी डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि अपराध के 80 फीसदी मामलों में नशा का सेवन कारण बनाता है। नशा करने वाला खुद के साथ परिवार को बर्बाद करता है। नशे का चलन खत्म करने के लिए खासकर कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को आगे आकर पुलिस का सहयोग करना होगा। उनका कहना था कि कुछ सालों में नशे का चलन बढ़ा है। पुलिस ने भी कार्रवाई तेजी से की है, लेकिन जिले से नशे को पूरी तरह खत्म करने के लिए डिमांड को खत्म करना होगा। (क्रमशः नीचे पढ़िए)
एसएसपी पंकज भट्ट ने कहा कि कुछ सालों में नशे का चलन बढ़ा है। पुलिस ने भी कार्रवाई तेजी से की है, लेकिन जिले से नशे को पूरी तरह खत्म करने के लिए डिमांड को खत्म करना होगा। मनोचिकित्सक युवराज पंत ने कहा कि नशा छोड़ने के लिए मानसिक तौर पर मजबूत होना होगा।
इस दौरान हल्दूचौड़ निवासी संजय ने बताया कि वह पूरी तरह नशे की गिरफ्त में आ चुका था। हालात ऐसे हो गए थे कि नशा नहीं मिलने पर उन्होंने हाथ की नस काटने तक की नौबत आ चुकी थी। इसके बाद परिजनों ने उसे नशा मुक्ति केंद्र भर्ती कराया।
इस पर अवसर पर साईं कृपा फाउंडेशन के दुष्यंत आहूजा, मनन नशा मुक्ति केन्द्र की पूजा, निर्वाण के डॉ0 दिनेश आगरी, मानस नशा मुक्ति केन्द्र की मीनाक्षी, नई पहचान नशा मुक्ति केन्द्र के सचिन वर्मा सहित पुलिस अधीक्षक हल्द्वानी हरबंश सिंह, पुलिस उपाधीक्षक हल्द्वानी भूपेन्द्र धौनी आदि मौजूद रहे।






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