समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। हिंदू धर्म में दीपक जलाना बेहद शुभ माना जाता है। नियमित दीपक या जोत जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और देवगण प्रसन्न होते हैं। इसका महत्व पितृ पक्ष में और बढ़ जाता है। 17 सितंबर दिन मंगलवार से शुरू हो रहे पितृ पक्ष में पितरों को प्रसन्न करने के लिए दीपक जरूर जलाना चाहिए। ऐसा करने से वे खुश होकर आशीर्वाद देते हैं और दोष से मुक्ति मिल सकती है। ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषिकांत मिश्र बता रहे हैं दीपक से जुड़े उपायों के बारे में।
- ऋषिकांत मिश्र बताते हैं कि, हिन्दू घरों में सुबह की पूजा और शाम को संध्यावंदन के समय दीपक जरूर जलाया जाता है। लेकिन पितृ पक्ष में रोज एक दीपक जलाकर दक्षिण दिशा में रखना अधिक फलदायी माना जाता है। दरअसल, यह दिशा पितरों की मानी जाती है। इसलिए यह उपाय करने से पितृों का आशीर्वाद मिलता है।
- रोजाना घर के ईशान कोण (उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा) में गाय के घी का दीपक जलाने से मां लक्ष्मी आप पर कृपा बरसाएंगी। इसके साथ ही घर में कभी आर्थिक समस्याएं नहीं होती हैं। साथ ही पितर भी प्रसन्न होते हैं।
- माना जाता है कि पीपल के पेड़ पर देवी-देवताओं के साथ ही पितरों का भी वास होता है। ऐसे में पितृ पक्ष के दौरान रोजाना पीपल में जल देकर घी का दीपक जलाने पितृ दोष से निजात मिल सकती है।
- यदि आप पितृ पक्ष के दौरान नियमित शाम को किचन में पीने के पानी के पास दीपक जलाएं तो पितरों का तो आशीर्वाद मिलेगा ही। साथ ही मां लक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा दोनों भी प्रसन्न होंगी।
- घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना शुभ माना जाता है। नियमित रूप से सुबह और विशेष तौर पर शाम को मुख्य द्वार पर सरसों के तेल का दीपक जलाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है। इसके अलावा पितरों का आशीर्वाद भी मिलता।
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