समाचार सच, चम्पावत। उत्तराखंड के चंपावत वन प्रभाग के बूम रेंज से गुलदार के हमले में एक सरकारी स्कूली भोजनमाता के मारे जाने की दुख भरी घटना सामने आ रही है। इस घटना से पूरे गांव के लोगों दहशत में हैै। बताया जा रहा है कि रविवार को भोजनमाता जंगल में पशुओं के लिये चारा लेने गयी थी। सूचना पर पहुंचे वनविभाग ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा। इधर सूचना के बाद मृतका के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते रविवार की सुबह सूखीढांग क्षेत्र के धूरा गजार गांव निवासी 39 वर्षीया चंद्रावती पत्नी प्रकाश चंद्र शर्मा गांव की ही दो अन्य महिलाओं के साथ पूर्वी छीनी कंपार्टमेंट के जंगल में पशुओं के लिए चारा लेने गयी थी। करीब साढ़े दस बजे घास काटते समय गुलदार ने चंद्रावती पर हमला बोल दिया। चंद्रावती ने अपने को बचाने का प्रयास किया परन्तु तेंदुए ने चंद्रावती को करीब सौ मीटर दूर तक घसीटकर ले गया और उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। जिससे अन्य दो महिलाओं के होश उड़ गये और उन्होंने भागकर अपनी जान बचायी और गांव पहुंचकर पूरी घटना गांव वालों को बतायी। आनन-फानन में गांव वाले जंगल की ओर दौड़े। वहां देखा तो चंद्रावती का शव लहूलुहान हालत में पड़ा था और सिर धड़ से अलग पड़ा था। गांव वालों द्वारा दी गयी सूचना से घटना स्थल पर पहुंचे वन विभाग अधिकारी व उनकी टीम ने शव को कब्जे लेकर टनकपुर उपजिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम के लिये भेजा।
वन क्षेत्राधिकारी गुलजार हुसैन ने बताया कि सोमवार को पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि चंद्रावती गजार राजकीय प्राथमिक विद्यालय में भोजनमाता पद प कार्यरत थी। इधर क्षेत्र के ग्रामीण पीड़िता के परिवार को मुआवजा देने की मांग की है।


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