आक का पौधा अपने मुख्य द्वार पर या उसके सामने लगाना अत्यधिक शुभ माना जाता है, जानें वास्तु से जुड़े इसके फायदे

खबर शेयर करें

समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। हिन्दू धर्म में हर एक पौधे का अपना अलग महत्व है। ऐसा माना जाता है कि कुछ पौधों में साक्षात ईश्वर का वास होता है। ऐसे पौधों में सबसे प्रमुख हैं तुलसी, नीम, पीपल और बरगद। इन सभी पौधों की पूजा की जाती है और उनमें भगवान का वास मानकर इन्हें घर में लगाना ज्योतिष और वास्तु दोनों के लिहाज से बहुत ही अच्छा माना जाता है।

इसके अलावा एक और पौधा है आक का पौधा, यह पौधा वास्तव में अन्य पौधों की तरह ही पूजा जाता है और ऐसा माना जाता है कि इस पौधे से भगवान शिव की पूजा करने से कई तरह के लाभ मिलते हैं। इस पौधे को मदार का पौधा भी कहा जाता है और पूजा पाठ से लेकर तंत्र मंत्र तक ये पौधा बहुत ज्यादा मायने रखता है। आइए अयोध्या के जाने माने पंडित राधे शरण पाण्डेय शास्त्री जी से जानें कि इस पौधे को घर में लगाने के क्या -क्या लाभ ही सकते हैं और आपको इस पौधे को किस तरह लगाना चाहिए।

कैसा होता है आक का पौधा
सफेद आक के पौधे की पत्ती बरगद के पत्तों की तरह ही मोटी होती है। पत्तियां जब पक जाती हैं और झड़ने के लिए तैयार हो जाती हैं तो वे पीली हो जाती हैं। इसके फूल छोटे होते हैं और गुच्छों में दिखाई देते हैं। फूलों पर रंगीन रेखाएं हो सकती हैं लेकिन मूल रूप से ये सफेद रंग के होते हैं। इसका फल आकार में आम के फल के समान होता है और सफेद कपास जैसी संरचनाओं से भरे होते हैं।

यह भी पढ़ें -   गौशाला में मिला युवक का जला हुआ शव, गांव में फैली सनसनी

इस पौधे में होता है गणपति का वास
आक या मदार का पेड़ भगवान शिव को मुख्य रूप अति प्रिय है। इस पौधे में भगवान गणेश जी का वाश कहा जाता है। यह पौधा श्वेत और श्याम दोनों तरह का होता है। श्याम व श्वेत मदार का तांत्रिक रूप में विशेष प्रयोग किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसकी जड़ों में श्वेतार्क गणपति का वास होता है और इसे विधि पूर्वक पूजा करके घर में रखा जाए तो यह विशेष रूप से हितकारी होता है। ऐसा माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में लाकर ही इसकी पूजा प्रारंभ करें। पूजा करते समय गणपति मंत्र का उच्चारण अवश्य करें। इससे भगवान गणपति की कृपा भी प्राप्त होती है।

घर में लाता है सुख समृद्धि
आक के पौधे की उपस्थिति को लेकर ऐसी मान्यता है कि यह पौधा घर के सामने लगाना चाहिए। घर के आस-पास पौधे की उपस्थिति यह सुनिश्चित करती है कि घर के निवासियों के खिलाफ किए गए किसी भी बुरे प्रभाव या किसी भी काले जादू को दूर किया जा सकता है। मुख्य रूप से यह पौधा तंत्र विद्या में इस्तेमाल में आता है इसलिए ये किसी भी टोन को ख़त्म करने में मदद करता है। इस पौधे की जड़ से निकली गणपति की मूर्ति की नियमित रूप से पूजा की जाती है, तो आपको ‘त्रिसुखा’ या जीवन के सभी सुख प्राप्त होंगे।

यह भी पढ़ें -   अज्ञात कारणों के चलते युवक फंदे में झूला युवक, मौत

करता है मनोकामनाओं की पूर्ति
ऐसा कहा जाता है क़ि इस पौधे का फूल पूजा में चढ़ाने से भगवान् की विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। मुख्य रूप से शिवलिंग पर आक के पत्ते और फूल चढ़ाना बहुत शुभ होता है। शास्त्र बताते हैं कि पवित्र आक का पौधा अपने मुख्य द्वार पर या उसके सामने लगाना अत्यधिक शुभ माना जाता है। इसमें सफेद फूल होते हैं, जो भगवान शिव को बहुत प्रिय हैं। ये पौधा हमेशा नकारात्मक ऊर्जा और ताकतों से बचाता है। इस पौधे से निकलने वाली ऑक्सीजन पर्यावरण को शुद्ध करती है।

वास्तु के अनुसार किस दिशा में लगाएं आक का पौधा

  • आक का पौधा घर के अग्नि कोण यानी कि दक्षिण पूर्व के बीच दक्षिण या उत्तर दिशा में लगाया जा सकता है।
  • घर में सफेद आक का पौधा मुख्य गेट के पास या सामने लगाना चाहिए या फिर घर के बाहर गेट के पास रख सकते हैं।
  • आक का पौधा ऐसे लगाएं कि जब भी आप घर से निकलें तो यह पौधा आपके दाहिने हाथ की तरफ होना चाहिए।
  • आक का पौधा किसी शुभ दिन जैसे पूर्णिमा, एकादशी, मंगल या सोमवार को लगाएं।

सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -

👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें

👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें

हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440