समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। भीषण गर्मी में शरीर को ठंडक देने और ऊर्जा बनाए रखने के लिए लोग तरह-तरह के देसी नुस्खे आजमाते हैं। ऐसा ही एक सुपरफूड है सत्तू। ग्रामीण इलाकों से लेकर अब शहरी क्षेत्रों तक सत्तू ने अपनी खास पहचान बना ली है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सत्तू भी कई प्रकार का होता है और हर प्रकार के सत्तू के अपने खास फायदे हैं?


कौन सा सत्तू पीना चाहिए?
चना सत्तू (बेसन सत्तू)
सबसे ज्यादा प्रचलित यही सत्तू है। यह भुने हुए चनों को पीसकर बनाया जाता है। प्रोटीन, फाइबर और आयरन से भरपूर यह सत्तू पाचन को दुरुस्त रखता है और एनर्जी बूस्टर का काम करता है।
जौ सत्तू
जौ से बना सत्तू शरीर को ठंडक देता है और पेट की गर्मी को शांत करता है। यह वजन घटाने वालों के लिए भी लाभकारी माना जाता है।
मिश्रित सत्तू
चना, जौ और कभी-कभी गेहूं को मिलाकर बनाया जाता है। यह संतुलित पोषण देने वाला ड्रिंक है जो हर उम्र के लिए फायदेमंद होता है।
सत्तू पीने के फायदे
गर्मी से राहत
सत्तू शरीर का तापमान नियंत्रित करता है और लू लगने से बचाता है।
ऊर्जा से भरपूर
इसमें मौजूद कार्बाेहाइड्रेट और प्रोटीन शरीर को दिनभर एक्टिव बनाए रखते हैं।
पाचन में सहायक
फाइबर से भरपूर होने के कारण यह कब्ज और गैस जैसी समस्याओं को दूर करता है।
वजन नियंत्रण
भूख को कंट्रोल करता है और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे ओवरईटिंग नहीं होती।
डायबिटीज में लाभकारी
सत्तू ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करता है। हालांकि, डायबिटीज रोगियों को बिना शक्कर वाला सत्तू पीना चाहिए।
कैसे पिएं सत्तू?
- एक गिलास ठंडे पानी में 2 चम्मच सत्तू मिलाएं। स्वादानुसार नींबू, काला नमक या गुड़ डालें।
- मीठा सत्तू पसंद है तो गुड़ या शहद डाल सकते हैं।
- दिन में एक बार, खासकर सुबह या दोपहर में पिया जाए तो सबसे ज्यादा फायदा मिलता है।
निष्कर्ष
सत्तू केवल एक देसी ड्रिंक नहीं, बल्कि एक संपूर्ण स्वास्थ्यवर्धक पेय है। गर्मियों में इसे अपनी डाइट का हिस्सा बनाकर आप न सिर्फ ठंडक का अनुभव करेंगे, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी उठा सकेंगे।



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