समाचार सच, अध्यात्म डेस्क। ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए मन में सच्ची भक्ति होनी चाहिए फिर भी हमारा मन कई बार पूजा-पाठ के सही या गलत विधि-विधानों में उलझ जाता है। कहा जाता है कि पूजा-पाठ के गलत नियमों से भगवान अप्रसन्न हो जाते हैं। आइए जानते हैं कि पूजा के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
-विष्णु भगवान को चावल, गणेश जी को तुलसी, देवी को दूर्वा और सूर्य को बिल्व पत्र कभी नहीं चढ़ाना चाहिए।
-शिव जी को बेल पत्र, विष्णु को तुलसी, गणेश जी को हरी दूर्वा, सूर्य भगवान को लाल कनेर के फूल और मां दुर्गा को लौंग व लाल फूल बेहद प्रिय होते हैं।
-पूजा में दीपक सही जगह रखना चाहिए। घी का दीपक हमेशा दाईं तरफ और तेल का दीपक बाईं ओर रखना चाहिए। जल पात्र, घंटा, धूपदानी जैसी चीजें हमेशा बाईं तरफ रखनी चाहिए।
-भगवान को स्नान कराने के बाद चंदन-टीका करते हैं। इस दौरान ध्यान रहे कि देवी-देवताओं को हमेशा अनामिका (हाथ की तीसरी उंगली) से तिलक या सिंदूर लगाएं।
-गणेश जी, हनुमान जी, दुर्गा माता या किसी भी मूर्ति से सिंदूर लेकर माथे पर नहीं लगाना चाहिए।
-भगवान की आरती की तैयारी करते समय एक दीपक से दूसरा दीपक, धूप या कपूर कभी न जलाएं।
-पूजा में अगर किसी सामग्री की कमी रह जाए तो परेशान न हों या पूजा बीच में न छोड़ें। ऐसे में भगवान को चावल और फूल चढ़ाएं और मन में उस चीज का ध्यान करें।
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