जैतून का तेल (ऑलिव आइल) मोनोअनसैचुरेटेड फैट, विटामिन-ई व के, आयरन, ओमेगा-3 व 6 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है

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Olive oil is rich in monounsaturated fat, vitamins-E and K, iron, omega-3 and 6 fatty acids and antioxidants.

समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। जैतून नाम से आज शायद ही कोई अनजान होगा। जैतून का फल और जैतून का तेल ये सब तो आपने सुना होगा और इस्तेमाल भी किया होगा। जैतून के तेल को ऑलिव ऑयल के नाम से भी जाना जाता है। ऑलिव ऑइल को खाना पकाने के में इस्तेमाल किया जाता है। हेल्थ कॉन्शियस लोग इस तेल का इस्तेमाल खाना पकाने में करना पसंद करते हैं. लेकिन क्या आप इसके बारे में पूरी जानकारी रखते हैं? यदि नहीं, तो आइये, हम आपको बताते हैं इसके बारे में विस्तार से. जैतून का वानस्पतिक यानी लैटिन भाषा में नाम है ओलिया यूरोपिया। यह ओलिएसी कुल का पेड़ है। जैतून का पेड़ लगभग 15 मीटर ऊंचा होता है। इसकी इसके फूल खुशबूदार, छोटे, हरापन लिए सफेद या पीलापन लिए हरे रंग के और चिकने होते हैं।

जैतून का फल

इसके फल ओवल यानि अण्डाकार, 1.3 से 2.5 से.मी. लम्बे होते हैं। शुरू में ये हरे रंग के होते हैं फिर लाल और ज्यादा पकने पर बैंगनी या नीलापन लिए काले रंग के होते हैं। जैतून के कच्चे फलों को अचार, सब्जी व सलाद आदि बनाने के लिए किया जाता है।

जैतून का तेल

जैतून के फलों से तेल निकाला जाता है। यह तेल साफ तथा पारदर्शी, सुनहरे रंग का तथा हल्का गंधयुक्त होता है। यह तेल खाना बनाने और लगाने, दोनों के ही काम आता है। । जैतून का तेल मोनोअनसैचुरेटेड फैट, विटामिन-ई व के, आयरन, ओमेगा-3 व 6 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, इसीलिए यह स्वास्थ्य के लिए बहुत फ़ायदेमंद है। यही नहीं, जैतून का तेल बालों व त्वचा के लिए भी लाभकारी है।

जैतून तेल के प्रकार

जैतून जैतून तेल कई प्रकार का होता है। 1. एक्सट्रा वर्जिन ऑइल 2. वर्जिन ऑइल 3. शुद्ध 4. एक्सट्रा लाइट 5. कोल्ड प्रेस्ड एक्सट्रा वर्जिन ऑइल खाने के लिए सबसे अच्छा माना गया है। इस तेल को ज़्यादा पकाने की ज़रूरत नहीं होती। अक्सर लोग इसे सलाद में डालकर या खाना पकाने में इस्तेमाल करते हैं जैतून के तेल के फ़ायदे

जैतून से सेहत के लिए 12 फ़ायदे

  • जैतून का तेल शरीर की मालिश के लिए अच्छा होता है। नवजात शिशु की जैतून के तेल की मालिश करने से उसकी मांसपेशियां और हड्डियां मज़बूत होती हैं।
  • जैतून के तेल में फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होता है, जिससे डायबिटीज़ रोगियों के लिए यह काफी लाभदायक होता है। शरीर में शुगर की मात्रा को कंट्रोल करने में इसकी खास भूमिका है। यही कारण है कि भोजन में भी इस तेल का प्रयोग किया जाता है।
  • इसमें सेचुरेटेड फैट की मात्रा कम होती है जिससे शरीर में कॉलेस्टेरोल की मात्रा को भी संतुलित बनाए रखने में मदद मिलती है। इससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है।
  • जैतून के तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट की मात्रा भी काफी होती है। इसमें विटामिन ए, डी, ई, के और बी-कैरोटिन की मात्रा अधिक होती है। इससे कैंसर से लड़ने में आसानी होती है।
  • एक शोध के अनुसार जैतून का तेल इंटेस्टाइन में होने वाले कैंसर से बचाव करने में मदद करता है। इसके अलावा यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
  • जैतून के तेल में कैल्शिघ्यम की काफी मात्रा पाई जाती है, इसलिए भोजन में इसका उपयोग करने से ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से निजात मिलती है।
  • जैतून शरीर का मेटाबॉलिज़्म बढ़ता है, जिससे शरीर का मोटापा कम होता है। इसीलिए इसे अपने भोजन में शामिल करने पर ज़ोर दिया जाता है।
  • एक रिसर्च के अनुसार जैतून में एंटी इन्फ्लामेटरी गुण पाए जाते है। इसलिए यह सूजन आदि को दूर करने में भी मददगार होता है।
  • जैतून की पत्तियों में हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के गुण पाए गए हैं। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
  • आग से जलने पर कच्चे जैतून के फलों को पीसकर लगाने से छाला नहीं पड़ता। जैतून के तेल को छाती पर लगाने से सर्दी, खांसी तथा कफ के कारण होने वाली अन्य समस्याएं ठीक होती हैं।
  • जैतून के कच्चे फलों को पानी में पकाकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े से गरारा करने पर दांतों तथा मसूड़ों के रोग ठीक होते हैं। इससे मुंह के छाले भी मिटते हैं।
  • जैतून का तेल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट और पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके नियमित सेवन से पाचन तंत्र भी ठीक होता है और कब्ज़ की समस्या भी दूर होती है
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बालों के लिए फ़ायदेमंद

  • जैतून के तेल की सिर पर नियमित रूप से मालिश करने से बाल मजबूत एवं घने होते हैं, साथ ही साथ बालों का झड़ना व बालों में दोमुंहें होने की समस्या भी खत्म होती है।
  • इसे बालों में कंडीशनर की तरह प्रयोग में लाया जा सकता है, जिससे डैंड्रफ की समस्या कम होती है व बाल मुलायम हो जातें हैं।
  • विटमिन ए, बी, सी, डी और ई के साथ-साथ जैतून के तेल में आयरन और पर्याप्त मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो बालों को कोमल बनाते हैं और मजबूती प्रदान करते हैं। यह ओलेइक एसिड और ओमेगा-9 फैटी एसिड का भी अच्छा स्रोत है।
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ख़ूबसूरती बढ़ाता है जैतून का तेल

  • जैतून के तेल में विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है इसलिए यह स्किन के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है। यह त्वचा की सेंसिटिविटी को कम करता है।
  • जैतून के तेल की नियमित मालिश से शरीर पर कील, मुंहासे, दाग-धब्बे आदि नहीं होते और त्वचा खूबसूरत होती है। इसके प्रयोग से त्वचा साफ़ हो जाती है।
  • जैतून के तेल का प्रयोग फेसपैक, बॉडी लोशन एवं स्क्रब के रूप में भी किया जाता है। इसके प्रयोग से त्वचा पर निखार आता है व त्वचा नर्म व मुलायम होती है।
  • इसमें विटामिन्स एवं मिनरल्स होने के कारण यह त्वचा को खूबसूरत बनाता है. इसकी मालिश शरीर को स्फूर्तिदायक एवं दिमाग को तनावमुक्त करती है।
  • जैतून के तेल की मालिश से त्वचा को पोषण मिलता है और वह ड्राय नहीं होती। इससे त्वचा पर ग्लो भी आता है।
  • नहाने के थोड़ी देर बाद जैतून के तेल की मालिश करने से त्वचा का कालापन दूर हो जाता है एवं त्वचा पर ग्लो आता है।
  • जैतून मोइश्चराइज़र का काम करता है। इसके रोजाना इस्तेमाल से त्वचा में नमी और चमक बनी रहती है।
  • जैतून के तेल को मेकअप रिमूवर के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके प्रयोग से त्वचा ड्राय नहीं होती और त्वचा का रंग गोरा होता है। यह त्वचा को पोषण प्रदान करता है।
  • जैतून के तेल से शरीर पर मालिश करने से शरीर स्फूर्तिदायक व स्वस्थ बनता है। रात को सोने से पहले पैर की एड़ियों एवं जोड़ों पर जैतून का तेल मलने से एड़ियों व जोड़ों का दर्द दूर होता है। इससे एड़ियां कोमल व मुलायम होतीं हैं। इससे आंखों के चारों ओर मालिश करने से डार्क सर्कल्स नहीं होते। इससे रतौंधी की समस्या भी दूर होती है।

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