
समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। पानी पीना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है क्योंकि हमारे शरीर का बड़ा हिस्सा इसी तरल पदार्थ से बना है, खासकर गर्मियों के मौसम में वॉटर इनटेक ज्यादा करना चाहिए, लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो हर घंटे सामान्य से अधिक मात्रा में पानी पीने लगते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि वो एक्ट्रीम थर्स्ट का शिकार हैं. इस मेडिकल कंडीशन को पोलिडिप्सिया भी कहा जाता है। अगर आपको भी ये डिजीज है तो इसे हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से मिलकर खून की जांच कराएं ताकि वक्त पर पता लग सके कि आपको क्या हुआ है। ज्यादा प्यास लगना किसी दूसरी बीमारी के भी संकेत हो सकते हैं, आइए जानते हैं।





ज्यादा प्यास लगना इन बीमारियों का हो सकता है लक्षण –
डिहाइड्रेशन
ये कोई बीमारी तो नहीं लेकिन एक बुरा मेडिकल कंडीशन जरूर है। डिहाइड्रेशन उस स्थित को कहते हैं जब आपके शरीर में पानी की काफी कमी हो जाए। ऐसे में चक्कर आना, सिर दर्द होना, उल्टी आना, डायरिया और कमजोरी जैसी परेशानियां पेश आ सकती हैं।
डायबिटीज
जब किसी इंसान को पहली बार डायबिटीज होती है तो उसे आसानी से इसका पता नहीं लग पाता, इस बात को याद रखें कि जरूरत से ज्यादा प्यास लगना मधुमेह के संकेत हो सकते हैं। ऐसा इसलिए होता क्योंकि तब हमारी बॉडी फ्लुइड्स को सही तरीके से रेगुलेट नहीं कर पाती. जब खूब प्यास लगने लगे तो ब्लड शुगर टेस्ट जरूर करा लें।
ड्राई माउथ
ड्राई माउथ होने पर थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीने की ख्वाहिश होने लगते है। मुंह तब सूखता है जब इसके ग्लैंड्स सही तरह से सलाइवा यानी लार नहीं बना पाते। इसके कारण इंसान को मसूड़ों का इनफेक्शन और मुंह की बदबू का सामना करना पड़ सकता है।
अनीमिया
जब हमारी बॉडी में रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाए तो अनीमिया डिजीज हो जाती है। इसे नॉर्मल लैंग्वेज में खून की कमी भी कहते है। ऐसी स्थिति में प्यास अपनी हद पार कर देती है, क्योंकि इसकी शिद्दत बढ़ जाती है।

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