समाचार सच,हल्द्वानी। डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे ने कहा है कि बरसात के मौसम में आपदा से निपटने के लिए पुलिस चौकस रहेगी। आपदा से निपटने के लिए पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही शासन से आपदा उपकरणों की मांग की जाएगी। डीआईजी ने बताया कि मानसून काल में कुमाऊं मंडल के अधिकांश स्थानों में जलभराव व बाढ़ की आशंका बनी रहती है। ऐसे स्थानों को चिन्हित करने का काम किया जा रहा है। जिसमें झनकिया सितारगंज, बाजपुर, खटीमा, शक्तिफार्म, मुक्तेश्वर, रामगढ़ आदि स्थानों को शामिल किया गया है। इन स्थानों में पुलिस कर्मियों की तैनाती रहेगी। साथ ही थानों में एक-एक नाव भी तैनात रहेगी। आपदा-राहत संबंधी कार्यों के लिए पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आपदा कार्यों के लिए उपकरणों की मांग के लिए शासन से पत्राचार किया जा रहा है। डीआईजी ने यह भी बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में भी भूस्खलन के दृष्टिगत पुलिस अलर्ट रहेगी। ऐसे स्थानों को चिन्हित करने के निर्देश सभी थानों को दिए गए हैं। बताया कि भूस्खलन के दौरान बंद मार्गों को खोलने व अन्य कार्यों के लिए किन-किन स्थानों में जेसीबी की तैनाती है, इसकी जानकारी जिलाधिकारी से ली गई है। ताकि जरूरत पड़ने पर जेसीबी को तत्काल काम पर लगाया जा सके। उन्होंने बताया कि आपदा राहत कार्य के लिए शासन से 28 लाख की धनराशि अवमुक्त हो चुकी है।




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