समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। ठंड में सर्दी, जुकाम और गले की खराश के लिए कुछ देसी नुस्खे बहुत कारगर होते हैं ऐसा ही एक असरदार नुस्खा है आंवले का काढ़ा। आंवला, जिसे आयुर्वेद में अमृतफल कहा जाता है, विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। आंवले का काढ़ा नियमित सेवन से सर्दी-जुकाम, गले की खराश, और पाचन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। आइये जानते हैं इसके फायदे और उपयोग का तरीका।
आंवले का काढ़ा बनाने की विधि (रेसिपी)
सामग्री
2-3 ताजे आंवले (या आंवले का पाउडर)
1 चम्मच शहद
1/2 चम्मच हल्दी
4-5 तुलसी के पत्ते
1 चुटकी काली मिर्च
2 कप पानी
विधि
- ताजे आंवले को छोटे टुकड़ों में काट लें।
- एक पैन में 2 कप पानी लें और उसमें आंवले के टुकड़े, तुलसी पत्ते, हल्दी और काली मिर्च डालें।
- इस मिश्रण को 10-15 मिनट तक धीमी आंच पर उबालें।
- जब पानी आधा रह जाए, तो गैस बंद कर दें।
- काढ़े को छान लें और गुनगुना होने पर इसमें शहद मिलाएं।
आंवले के काढ़े के सेवन का सही समय
- सुबह खाली पेट आंवले का काढ़ा पीना सबसे अधिक फायदेमंद होता है।
- इसे दिन में 1-2 बार पिया जा सकता है, खासकर ठंड के मौसम में।
मुख्य लाभ
- इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार।
- गले की खराश और खांसी से राहत।
- सर्दी-जुकाम का प्राकृतिक उपचार।
- पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
- शरीर को डिटॉक्स करता है।
- स्किन और बालों के लिए फायदेमंद।
आंवले के काढ़े के अन्य फायदे
बालों के लिए
आंवला स्कैल्प को पोषण देता है और बालों को मजबूत बनाता है।
डायबिटीज
रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करता है।
दिल की सेहत
हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक।
डिटॉक्स
शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने में मदद करता है।
सावधानियां और साइड इफेक्ट्स
- अत्यधिक मात्रा में काढ़ा पीने से पेट में जलन हो सकती है।
- शहद का उपयोग मधुमेह रोगी डॉक्टर की सलाह से करें।
- गर्भवती महिलाएं इसे सेवन करने से पहले चिकित्सक से सलाह लें।
- आंवले का काढ़ा प्राकृतिक और आसान उपाय है, जो न सिर्फ आपकी इम्यूनिटी बढ़ाता है, बल्कि सर्दी-जुकाम जैसी सामान्य समस्याओं से भी राहत दिलाता है। इसे अपनी दिनचर्या में शामिल कर सेहतमंद रहें।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
👉 फेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज़ लाइक करें
👉 यूट्यूब चैनल सबस्क्राइब करें
हमसे संपर्क करने/विज्ञापन देने हेतु संपर्क करें - +91 70170 85440