समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। मल्टीमीडिया डेस्क। आमतौर पर माना जाता है कि जो लोग अधिक धार्मिक हैं, वे मंदिर जाते हैं। मगर, धार्मिक और पौराणिक मान्यताओं के इतर रोजाना मंदिर जाने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। इसका वैज्ञानिक आधार भी है। अगर आप रोजाना मंदिर जाते हैं, तो कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को बिना किसी अतिरिक्त प्रयास के ही दूर कर सकते हैं। जानते हैं मंदिर जाने से क्या फायदे होते हैं।
हाई बीपी रहता है कंट्रोल
मंदिर के भीतर नंगे पैर चलने से सकारात्मक ऊर्जा पैरों के द्वारा हमारे शरीर में प्रवेश करती है। नंगे पैर चलने के कारण, पैर के दबाव बिंदुओं पर दबाव पड़ता है, जिससे हाई बीपी की समस्या कम या खत्म हो जाती है।
एकाग्रता बढ़ती है
भौंहों के बीच माथे पर विशेष भाग पर एक दबाव देने से एकाग्रता बढ़ती है। इसीलिए मंदिर में जाने वाले भक्तों के माथे पर तिलक लगाया जाता है। सुबह-शाम इस बिंदु पर दबाव पड़ने से एकाग्रता बढ़ती है।
ऊर्जा स्तर बढ़ता है
शोध कहते हैं कि जब हम मंदिर घंटी बजाते हैं, तो उसकी आवाज 7 सेकंड के लिए हमारे कान में गूंजती है। इस दौरान शरीर को आराम करने वाले सात अंक सक्रिय हो जाते हैं। इससे व्यक्ति के ऊर्जा स्तर में वृद्धि होती है।
इम्यूनिटी बढ़ती है
मंदिर में दोनों हाथ जोड़ने से हथेलियों और उंगलियों पर बढ़ जाता है, जो शरीर के कई हिस्सों से जुड़े होते हैं। इससे शरीर के कार्य में सुधार होता है और इम्यूनिटी बढ़ती है।
बैक्टीरिया नहीं रहते हैं
मंदिर में उपस्थित कपूर और हवन के धुएं से बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं। यह वायरल संक्रमण के जोखिम को खत्म करता है।
तनाव दूर होता है
मंदिर के शांत वातावरण और शंख की आवाज मन को शांत करता है, जिससे तनाव दूर होने का एहसास होता है।
अवसाद दूर होता है
मंदिर में रोजाना जाने और भगवान की आरती गाने से दिमाग की कार्यप्रणाली में सुधार होता है, जिससे अवसाद से उबरने में मदद मिलती है।
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