समाचार सच, नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बुधवार को बताया कि कोविड-19 की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की समीक्षा बैठक के बाद हमने कोविड के हल्के और मध्यम मामलों के साथ अपनी डिस्चार्ज नीति को संशोधित किया है।
लव अग्रवाल ने कहा कि माइल्ड केस वाले मरीजों को कम से कम सात दिनों में डिस्चार्ज किया जाएगा। ऐसे मामलों में डिस्चार्ज से पहले किसी कोविड-19 जांच की जरूरत नहीं है। माडरेट मामलों में यदि इलाज से लक्षण खत्घ्म होने लगते हैं और रोगी लगातार तीन दिनों तक मेडिकल आक्सीजन के बिना खुद को ठीक पाता है तो ऐसे मरीजों को छुट्टी दे दी जाएगी। नई दिल्घ्ली, एजेंसियां। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 के मसले पर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बुधवार को बताया कि कोविड-19 की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की समीक्षा बैठक के बाद हमने कोविड के हल्के और मध्यम मामलों के साथ अपनी डिस्चार्ज नीति को संशोधित किया है। लव अग्रवाल ने कहा कि माइल्ड केस वाले मरीजों को कम से कम सात दिनों में डिस्चार्ज किया जाएगा। ऐसे मामलों में डिस्चार्ज से पहले किसी कोविड-19 जांच की जरूरत नहीं है। माडरेट मामलों में यदि इलाज से लक्षण खत्म होने लगते हैं और रोगी लगातार तीन दिनों तक मेडिकल आक्सीजन के बिना खुद को ठीक पाता है तो ऐसे मरीजों को छुट्टी दे दी जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने यह भी बताया कि देश में 30 दिसंबर को पाजिटिविटी रेट 1.1 फीसद थी जो बढ़कर 11.05 फीसद हो गई है। महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्घ्तर प्रदेश, केरल एवं गुजरात से आ रहे कोरोना के आंकड़े चिंता का विषय हैं। जहां तक ओमिक्रोन का सवाल है तो इस वैरिएंट से देश में एक और मौत हुई है। दुनियाभर में इस वैरिएंट से आधिकारिक तौर पर 115 लोगों की मौत हुई है।
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