समाचार सच, रुद्रपुर। उत्तराखण्ड के उधमसिंह नगर जिले में वन विभाग की टीम पर फायरिंग कर घायल करने वाले वन तस्करों के खिलाफ पुलिस और एसओजी की संयुक्त कार्रवाई जारी है। बुधवार को पुलिस और एसओजी टीम ने मुठभेड़ के बाद दो वन तस्करों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक घायल तस्कर जिला अस्पताल में भर्ती है। पकड़े गए तस्कर के खिलाफ उधमसिंह नगर और उत्तर प्रदेश में कुल 51 मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान तस्कर संगत सिंह उर्फ संगी ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से उसके पैर में चोट लगी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर जिला अस्पताल भेजा गया। संगत सिंह गदरपुर और केलाखेड़ा में दर्ज मुकदमों में वांछित था।
इससे पहले, 6 सितंबर को गदरपुर पुलिस ने एक और आरोपी, स्वर्ण सिंह उर्फ सोनू उर्फ चिकना को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। स्वर्ण सिंह वन विभाग पर फायरिंग मामले में शामिल था, जिसने टीम पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं, जिससे रेंजर रूप नारायण गौतम सहित कई वन कर्मी घायल हो गए थे।
गौरतलब है कि 6 सितंबर 2024 को तराई केंद्रीय वन प्रभाग के पीपल पड़ाव रेंज में अवैध पेड़ कटान की सूचना पर कार्रवाई करने गई वन विभाग की टीम पर तस्करों ने फायरिंग कर दी थी। घटना के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी संगत सिंह उर्फ संगी, गुरमीत सिंह/गुरमेज सिंह उर्फ गेजी, सर्वजीत सिंह उर्फ छब्बी, संदीप और कुलदीप सिंह उर्फ किप्पी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
एसएसपी ने तस्करों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया, जिसने 9 सितंबर को गुरमीत सिंह और 12 सितंबर को सर्वजीत सिंह को गिरफ्तार किया। अब तक चार तस्कर गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि पांच अन्य की तलाश जारी है। पुलिस और एसओजी टीम फरार तस्करों की गिरफ्तारी के लिए सघन अभियान चला रही है।
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