चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड की सामाजिक एवं सांस्कृतिक व्यवस्था की पहचान: राज्यपाल

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समाचार सच, देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में उत्तराखण्ड चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में शासन के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में चारधाम यात्रा से जुड़े जिलों के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, संबंधित अन्य अधिकारी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से मौजूद रहे। राज्यपाल ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड की सामाजिक एवं सांस्कृतिक व्यवस्था की पहचान है। यात्रा को सहज, सुगम और व्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए विभागों सहित सभी हितधारकों का आपसी समन्वय जरूरी है। राज्यपाल ने कहा कि यह 09 से 05 की ड्यूटी नहीं है बल्कि इसमें प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी को पूरे समर्पण भाव से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में आने वाला प्रत्येक यात्री हमारा ब्रांड अम्बेसडर है, हमारा प्रयास रहे कि वह यहां से संतुष्ट होकर जाएं।

राज्यपाल ने कहा कि विगत वर्षों के अनुभवों से सीख लेते हुए हमें इस वर्ष उन चुनौतियों से निबटने का प्लान तैयार किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हर विभाग को अपने फर्स्ट रिस्पांडर यानी यात्रियों तथा आमजन के संपर्क में सबसे पहले आने वाले कार्मिकों को चिन्हित कर उन्हें प्रशिक्षित करना चाहिए। यही फर्स्ट रिस्पांडर यात्रियों की सहायता करते हैं और सफल यात्रा संचालन में इनका बड़ा योगदान होता है। उन्हें यह भी बताया जाए कि यात्रियों से किस प्रकार व्यवहार किया जाए और यात्रियों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहें। उन्होंने कहा कि हमें प्रत्येक विपरीत परिस्थितियों के लिए तैयार रहना है। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्गों में यात्रियों की मूलभूत सुविधाओं सहित उनकी सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए। चारधाम यात्रा में स्थानीय लोगों की भागीदारी व उनका सहयोग अवश्य लिया जाए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान हमें अपनी सेवाओं में लगातार वैल्यू एडिशन करना होगा। इसके साथ-साथ नई तकनीकी जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन, मोबाइल एप आदि के माध्यम से यात्रियों को सुविधाएं दी जाएं।

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राज्यपाल ने इस दौरान चारधाम यात्रा में विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारियों जिनमें पर्यटन विभाग, लोक निर्माण, पुलिस, परिवहन, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, चिकित्सा, शहरी विकास, पेयजल, आपदा प्रबंधन, नागरिक उड्डयन, पशुपालन सहित अन्य विभागों की वर्तमान तक की तैयारियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। विभागीय अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि सभी तैयारियां यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व सुनिश्चित कर ली जायेंगी। बैठक में सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी ने बताया कि यात्रा के दौरान लगभग 1600 बसों को चिन्हित किया गया है, इसके अलावा 300 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की जा रही है। यात्रा मार्ग पर चलने वाले सभी वाहनों को फिटनेस ग्रीन कार्ड जारी किये जा रहे हैं।

सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर.राजेश कुमार ने बताया कि यात्रा मार्गों में हेल्थ एटीएम स्थापित किये जा रहे हैं, जिनमें 72 प्रकार की जांच सुविधा उपलब्ध रहेंगी। स्थानीय स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य मित्र का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो होटल आदि में ठहरने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की इमरजेंसी होने पर सहायता करेंगे।
अपर सचिव पर्यटन पूजा गर्ब्याल ने बताया कि इस वर्ष माह फरवरी से ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है। अब तक चारधाम यात्रा के लिए 12 लाख से अधिक लोगों द्वारा पंजीकरण करवाया जा चुका है। वहीं हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जिसमें 2 हजार लोगों द्वारा पंजीकरण करवाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि धामों में दर्शन के लिए कतार प्रबंधन हेतु स्लॉट/टोकन व्यवस्था की शुरूआत की जायेगी, जिससे दर्शन के दौरान अनावश्यक भीड़ से बचा जा सकेगा। यात्रा मार्गों पर अस्थाई शौचालयों का कार्य गतिमान है। अपर सचिव नागरिक उड्डयन विभाग श्री सी.रविशंकर ने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए 9 ऑपरेटर्स की हैली सेवाएं ली जा रही हैं जिनकी दरें निश्चित कर ली गई हैं।

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उन्होंने बताया कि आईआरसीटी के माध्यम से भी हैली सेवाओं की ऑनलाइन बुकिंग की जा रही है। हैली बुकिंग से संबंधित शिकायत निवारण प्रक्रिया के लिए नोडल अधिकारी की तैनाती की जा रही है। प्रबंध निदेशक जीएमवीएन विनोद गिरी गोस्वामी ने बताया कि जीएमवीएन की ओर से अस्थाई टेंट कॉलोनियों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यात्रा में आने वाले पर्यटकों हेतु 14 टूर पैकेजेज बनाये गये हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि वर्षभर चलने वाले टीआरएच में आने वाले यात्रियों को उपहार स्वरूप स्थानीय उत्पाद प्रदान किये जायेंगे जिससे यात्री यहां से अच्छी यादें लेकर जाएं।
बैठक में प्रमुख सचिव आर.के.सुधांशु, सचिव नितेश कुमार झा, सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, सचिव दिलीप जावलकर, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ.वी मुरूगेशन, आईजी गढ़वाल के.एस.नागन्याल, अपर सचिव नितिन सिंह भदौरिया, निदेशक शहरी विकास नवनीत पाण्डे सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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