समाचार सच, स्वास्थ्य डेस्क। आयुर्वेद में चमत्कारी औषधियों की सूची में एक खास नाम है काली हल्दी। यह दुर्लभ जड़ी-बूटी सिर्फ पूजा-पाठ में ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद मानी जाती है। वैज्ञानिक शोध और आयुर्वेदिक ग्रंथों के अनुसार, काली हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो इसे औषधीय दृष्टिकोण से बेहद खास बनाते हैं।


जोड़ों के दर्द और सूजन में रामबाण
काली हल्दी में मौजूद प्राकृतिक तत्व शरीर की सूजन को कम करते हैं और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाते हैं। इसे तेल में मिलाकर मालिश करने से जोड़ों की अकड़न भी दूर होती है।
झुर्रियों और मुंहासों से दिलाए छुटकारा
चेहरे की सुंदरता बढ़ाने के लिए भी काली हल्दी बेहद लाभकारी है। इसका फेसपैक बनाकर लगाने से झुर्रियों में कमी आती है और मुंहासों से राहत मिलती है। त्वचा साफ और दमकती नजर आती है।
फंगल इंफेक्शन से करे सुरक्षा
काली हल्दी का पेस्ट त्वचा पर लगाने से फंगल इंफेक्शन में राहत मिलती है। इसके एंटी-फंगल गुण संक्रमण को फैलने से रोकते हैं और त्वचा को तेजी से ठीक करते हैं।
पाचन तंत्र को रखे मजबूत
पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे गैस, अपच, कब्ज आदि में काली हल्दी का सेवन बेहद असरदार होता है। इसे गुनगुने पानी या शहद के साथ लेने से पाचन क्रिया सुधरती है और भूख भी बढ़ती है।




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